ज्यों-ज्यों आप सीखते जाएंगे, आपको अपनी अज्ञानता का आभास होगा।
उठो, जागो, और मंजिल प्राप्त होने तक नहीं रुको।
खुद की तुलना न करें, और अपना सम्मान बनाए रखें।
शिक्षा की कड़वी जड़ें, लेकिन फल मीठा होता है।
हर बच्चे को सीखने की इच्छा देना चाहिए, न कि पढ़ाना।
जो आप नहीं कर सकते, उसमें हस्तक्षेप न करें, बल्कि जो कर सकते हैं, उसपर केंचन दें।
जो हम खुशी से सीखते हैं, वह हमें कभी नहीं भूलता।