तैयारी के लिए आसान कार्यों में ध्यान न देना।
सफलता के अभिमान में लिप्त होना।
समय को सही ढंग से नहीं बाँटना।
हार को स्वीकार करना।
अध्ययन के लिए सामग्री की कमी।
पढ़ाई के लिए समय की कमी।
पढ़ाई में संघर्ष या सहारा।