यहां टीचर बनने के लिए उच्च स्तरीय ट्रेनिंग जरूरी है।
शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के लिए नए-नए तरीके आज़माते हैं।
बच्चे जितना चाहें उतना समय स्कूल में बिता सकते हैं।
बच्चे पढ़ाई से थकने पर ब्रेक ले सकते हैं।
यहां बच्चे सिर्फ किताबों पर निर्भर नहीं होते।
शिक्षक कुर्सी पर बैठकर नहीं, खड़े होकर पढ़ाते हैं।
फिनलैंड के ज्यादातर स्कूल विश्व स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करते हैं।