कोरोना के बाद बेरोजगारी बढ़ी है, खासकर इंजीनियरिंग छात्रों के बीच।
सभी प्रकार के कॉलेजों के छात्रों को नौकरी नहीं मिल रही है।
सिर्फ 1.5 लाख छात्रों को ही नौकरी मिल पाती है।
देश के 40% युवा आज बेरोजगार हैं।
इंजीनियरिंग छात्रों में से 60% को ही नौकरी मिलती है।
जॉब मार्केट अब अधिक योग्य लोगों की तलाश करता है।
डिग्री के साथ-साथ लगन और मेहनत का हुनर भी जरूरी है।