12वीं के बाद सही ब्रांच चुनना सबसे बड़ी चुनौती होती है।
ब्रांच का चुनाव जॉब मार्केट की डिमांड और प्लेसमेंट के आधार पर करें।
एयरोस्पेस और कैमिकल इंजीनियरिंग को सबसे कठिन माना जाता है।
स्पेसक्राफ्ट और स्पेस में होने वाली हलचलों की पढ़ाई।
पैट्रोलियम रिफाइनिंग, प्लांट डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग की पढ़ाई।
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में बहुत कम स्टूडेंट्स एडमिशन लेते हैं।
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के बाद लाखों का पैकेज मिल सकता है।