दशम भाव का स्वामी शनि यदि पहले, चौथे, सातवें या दसवें भाव में बैठा हो तो सिंहासन राजयोग बनता है।
सिंहासन राजयोग वाले लोगों को सरकारी नौकरी मिलने की संभावना अधिक होती है।
सिंहासन राजयोग वाले लोग अपनी मेहनत और लगन से नाम और मान-सम्मान कमाते हैं।
सिंहासन राजयोग वाले लोग किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी को बखूबी से निभाते हैं।
सिंहासन राजयोग वाले लोगों को आर्थिक संपन्नता प्राप्त होती है।
सिंहासन राजयोग वाले लोग अच्छे सलाहकार और वक्ता होते हैं।
हथेली में सूर्य की दोहरी रेखा भी सरकारी नौकरी मिलने की संभावना को बढ़ाती है।