अपने भविष्य की योजना बनाएं और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कदम उठाएं।
सामाजिक समूहों में शामिल होकर कौशल और अनुभव प्राप्त करें।
नेक गतिविधियों के लिए स्वयंसेवी सेवा में शामिल हों और कौशल विकसित करें।
शिक्षकों के साथ संपर्क बनाएं और मार्गदर्शन प्राप्त करें।
दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए करियर काउंसलर से परामर्श प्राप्त करें।
दिनचर्या को नोट करें और अपना पोर्टफोलियो बनाएं।
कुछ नया और अनोखा प्रोजेक्ट विकसित करें।