किताबों की खुशबू है अनोखी, 'नेशनल रीडिंग डे' पर जानिए पढ़ने के अद्भुत फायदे

नेशनल रीडिंग डे - पुथुवयिल नारायण पणिक्कर के जनक के सम्मान में मनाया जाता है।

किताबों का महत्व समझाने के लिए पणिक्कर ने गांवों में पुस्तकालयों की स्थापना की।

ट्रावंको लाइब्रेरी एसोसिएशन का संगठन पी. एन. नारायण ने 1945 में किया था।

किताबें पढ़कर कम्युनिकेशन स्किल में सुधार होता है और नए शब्दों की जानकारी मिलती है।

इमेजिनेशन पावर को बढ़ाने के लिए किताबें अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

किताबें नए ज्ञान को आपके सामने लाती हैं और आपकी थिंकिंग को विकसित करती हैं।

राष्ट्रीय वाचन दिवस का आयोजन पी. एन. नारायण के सम्मान में 1996 से होता आ रहा है।

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