स्टडी मटेरियल को छोटे - छोटे भागों में बांटे।
जब तक आप पहले कॉन्सेप्ट को ना समझें तब तक दूसरे चैप्टर पर ना जाएं।
रीविजन के बिना दूसरे चैप्टर पर ना जाएं।
अपनी सीखने की स्ट्रैंथ को पहचानें।
नियमित रूप से प्रैक्टिस करें।
पहले कॉन्सेप्ट क्लियर करें उसकी प्रैक्टिस करें।
रीविजन के बिना जल्दबाजी ना करें।