स्मार्ट महिलाएं स्पष्ट और प्राप्त करने लायक लक्ष्य निर्धारित करती हैं।
वे भविष्य की योजना को लेकर भी क्लियर रहती हैं।
बेफजूल खर्चों पर लगाम लगाकर बचत और निवेश को प्राथमिकता देती हैं।
स्मार्ट महिलाएं अपनी सैलरी का कुछ प्रतिशत नियमित रूप से बचाती और निवेश करती हैं।
फाइनेंस के बारे में जानकारी इकट्ठा कर प्लानिंग करती हैं।
सभी खर्चों और निवेश के विपरीत बुरे समय के लिए भी इंवेस्टमेंट करती हैं।
कर्ज से दूर रहकर आर्थिक स्वतंत्रता बनाए रखती हैं।