उत्तराखंड की एक नई आईआरएस अधिकारी कृति जोशी ने अपनी विजयी यूपीएससी यात्रा साझा की।
उनका परिवार हलद्वानी, रामनगर में है, उनके पिता पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी थे।
कृति को बाधाओं का सामना करना पड़ा लेकिन वह डटी रहीं; असफलता ने उसके जज्बे को नहीं डिगाया।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अपने तीसरे प्रयास में अखिल भारतीय रैंक 274 हासिल की।
कृति की सफलता की कुंजी: यूपीएससी की तैयारी के लिए आत्म-विश्वास और अटूट समर्पण।
उनकी विधि: यूपीएससी की तैयारी के दौरान गहन नोट्स लेना और व्यापक संशोधन।
कृति की कहानी विपरीत परिस्थितियों में लचीलापन, दृढ़ संकल्प और अंततः जीत पर प्रकाश डालती है।