अपने इंट्रोवर्ट स्वभाव को कमजोरी न बनने दें। इसे ताकत के रूप में स्वीकारें।
अपनी ताकत, कमजोरियों और प्राथमिकताओं को समझें।
अपनी स्किल से प्रोफेशनल लाइफ में सुधार करें।
कंफर्ट जोन से बाहर निकलें। प्रेरक लोगों से मिलें।
मीटिंग में जाने से पहले प्रैक्टिस करें। यह कॉन्फिडेंस को बढ़ाएगा।
अच्छे श्रोता बनें। गहरे रिश्ते बनाने में सक्षम होंगे।
खुद को बेहतर समझने के लिए समय दें।