खुशी बस यूं ही नहीं आती, इसके लिए जागरूकता और प्रयास जरूरी है।
जीवन में अच्छी चीज़ों को पहचानना और उन्हें स्वीकार करना।
आत्म करुणा से मानसिक कल्याण में सुधार होता है।
किसी चीज़ से चिपके रहने की बजाय, गहरी सांस लें और आगे बढ़ें।
अपने मूल्यों के अनुसार जीना महत्वपूर्ण है।
असुविधा जीवन का हिस्सा है, इसे स्वीकार करें और आगे बढ़ें।
दोस्तों और प्रियजनों के साथ समय बिताना महत्वपूर्ण है।