प्रोत्साहन का महत्व समझें।
सामाजिक कौशल विकसित करें।
सीमित जगह की सम्मान करें।
सक्रिय और समझदार सुनें।
अपनी गलतियों को स्वीकारें।
परंपरागत संबंध को महत्व दें।
दूसरों की मदद करें।