शारीरिक और मानसिक विकास के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस जरूरी है।
दिन की शुरुआत कार्यों की माइंड मैपिंग कर के करें।
महत्व के आधार पर कार्यों को प्राथमिकता दें।
काम और पर्सनल लाइफ के बीच क्लियर लिमिट तय करें।
कार्य को सही से मैनेज करना जरूरी है।
सफल होने के लिए खुद को फ्लेक्सिबल बनाएं।
परिस्थितियों में खुद को ढलने दें।