नई चीजों को ना स्वीकार करना, मौजूदा स्थिति में रुकावट बनाना।
गलतियों को दूसरों पर ठेंगा उतारना, सच्चाई से बचना।
उद्देश्यों को अनिश्चित करना, प्लानिंग और लक्ष्य की कमी।
समय और दूसरों की कद्र न करना, मदद मांगते वक्त बहाने।
नई चीजों को ना सीखना, प्रौद्योगिकियों से बचाव करना।
गुस्सा और आलोचना, गलती स्वीकार करने की बजाय।
दूसरों से मदद मांगना, खुद को असली बताना।