भारत में विदेशी विश्वविद्यालयों के कैंपस: फिनलैंड का नाम भी शामिल
भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहल के तहत, कई विदेशी विश्वविद्यालयों के कैंपस स्थापित किए जा रहे हैं। इनमें फिनलैंड का नाम भी शामिल हो सकता है, जो अपनी शिक्षा प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है। इस पहल के तहत, छात्रों को अन्य देशों के विश्वविद्यालयों में अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, फिनलैंड और भारत के बीच शिक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण बैठकें हो रही हैं। जानें इस नई शिक्षा नीति के तहत क्या-क्या बदलाव होंगे और छात्रों के लिए क्या नए अवसर खुलेंगे।
Dec 18, 2025, 17:31 IST
विदेशी विश्वविद्यालयों का भारत में विस्तार
उच्च शिक्षा के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण समाचार सामने आया है। भारत में ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों के विश्वविद्यालयों के कैंपस स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, फिनलैंड का नाम भी इस सूची में शामिल हो सकता है। फिनलैंड को उसकी शिक्षा प्रणाली के लिए जाना जाता है। इसके साथ ही, फिनलैंड और भारत के विश्वविद्यालयों के बीच छात्र विनिमय कार्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे। इस कार्यक्रम के तहत, छात्रों को एक या दो सेमेस्टर के लिए दूसरे देश के साझेदार विश्वविद्यालयों में अध्ययन करने का अवसर मिलेगा, जिससे उन्हें न केवल शैक्षणिक अनुभव मिलेगा, बल्कि नए सांस्कृतिक अनुभव भी प्राप्त होंगे।
फिनलैंड-भारत शिक्षा सहयोग
शिक्षा मंत्रालय और फिनलैंड के अधिकारियों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य फिनलैंड के साथ शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना था। दोनों देशों के बीच शिक्षा सहयोग को लेकर सहमति बनी। इस बैठक में शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग के सचिव, फिनलैंड की शिक्षा एंबेसडर, विज्ञान और उच्च शिक्षा के काउंसलर, और फिनलैंड की राष्ट्रीय शिक्षा परिषद के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
छात्रों के लिए अनुसंधान के अवसर
भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार, स्कूल और उच्च शिक्षा में कौशल विकास के लिए सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की गई। फिनलैंड के शिक्षा विशेषज्ञों ने भारत में अपने कैंपस स्थापित करने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त किया है। यह भी उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के उच्च शिक्षा संस्थानों के छात्र अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग करेंगे और एक-दूसरे के विश्वविद्यालयों में अध्ययन करेंगे।
SPARC योजना के तहत अनुसंधान सहयोग
SPARC योजना के अंतर्गत अनुसंधान साझेदारी को बढ़ावा देने और छात्रों तथा फैकल्टी के लिए मोबिलिटी के अवसरों को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। भविष्य में सहयोग के लिए कई विचार साझा किए गए हैं। फिनलैंड की शिक्षा एंबेसडर भारत के शैक्षणिक सहयोग को बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। भारत के आईआईटी, विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों को विश्वस्तरीय माना गया है। अब दोनों देश मिलकर कार्य करेंगे। भारत ने अनुसंधान के क्षेत्र में कई नई पहलों की शुरुआत की है।
भारत में कैंपस खोलने की अनुमति
कई देशों के विश्वविद्यालयों को भारत में कैंपस स्थापित करने की अनुमति मिल चुकी है। 2026 से, 16 विदेशी विश्वविद्यालयों के भारतीय कैंपस में भारतीय छात्रों को स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। फिनलैंड तकनीकी, विज्ञान, इंजीनियरिंग और व्यवसाय से संबंधित पाठ्यक्रमों को प्राथमिकता देने की योजना बना रहा है। गुजरात के गांधीनगर की गिफ्ट सिटी में ऑस्ट्रेलिया के दो विश्वविद्यालयों के भारतीय कैंपस की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है।
विदेशी विश्वविद्यालयों में अध्ययन की शुरुआत
यह उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ वोलोंगोंग और डीकिन यूनिवर्सिटी का कैंपस भी शुरू हो चुका है। 2025 सत्र में साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी का कैंपस गुरुग्राम में भी शुरू हो गया है। इसके अलावा, अगस्त 2026 से लिवरपूल के बेंगलुरु कैंपस में भी पढ़ाई शुरू होगी। 2026 से यूके के अबरदीन यूनिवर्सिटी, इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी शिकागो, यॉर्क यूनिवर्सिटी, पर्थ की यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया और इटली के प्रसिद्ध डिजाइन संस्थान का भी मुंबई में कैंपस होगा।
