UPSC CSE और ESE के बीच तुलना: जानें कौन सा आपके लिए सही है
UPSC CSE बनाम ESE
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) विभिन्न केंद्रीय सरकारी विभागों में भर्ती के लिए राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं आयोजित करता है। इनमें से सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा सिविल सर्विसेज परीक्षा (CSE) है। आयोग इंजीनियरिंग सर्विसेज परीक्षा (ESE) भी आयोजित करता है, जो इंजीनियरों के लिए है।
ESE के परिणाम हाल ही में घोषित किए गए हैं।
UPSC इंजीनियरिंग सर्विसेज परीक्षा (UPSC ESE) केंद्रीय सरकारी विभागों में तकनीकी ग्रुप-A अधिकारियों की भर्ती के लिए होती है। इसमें रेलवे, केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा, पावर और एनर्जी सेवा, सिंचाई/जल संसाधन आदि शामिल हैं। UPSC ESE के माध्यम से चयनित उम्मीदवारों को प्रारंभ में सहायक कार्यकारी इंजीनियर, सहायक निदेशक और सहायक इंजीनियर जैसे पदों पर नियुक्त किया जाता है।
UPSC CSE और ESE के बीच अंतर
| बिंदु | CSE | ESE |
|---|---|---|
| लक्ष्य | प्रशासनिक/नीति निर्माण | तकनीकी/इंजीनियरिंग सेवाएं |
| चुने गए सेवाएं | IAS, IPS, IFS, IRS आदि | रेलवे, CPWD, MES, BRO आदि |
| पद | DM, SP, SDM, सचिव आदि | सहायक कार्यकारी इंजीनियर, सहायक निदेशक, सहायक इंजीनियर |
| योग्यता | किसी भी विषय में स्नातक, आयु - 21 से 32 वर्ष (सामान्य श्रेणी) | केवल इंजीनियरिंग डिग्री, आयु - 21 से 30 वर्ष (सामान्य श्रेणी) |
वेतन और भत्ते
सिविल सेवाओं और इंजीनियरिंग सेवाओं में प्रारंभिक वेतन ₹56,100 (लेवल 10) है। एक IAS अधिकारी को कैबिनेट सचिव के पद पर पदोन्नत किया जा सकता है। इंजीनियरिंग सेवाओं में अधिकतम पदोन्नति मुख्य इंजीनियर स्तर तक होती है।
चयन प्रक्रिया
UPSC सिविल सेवाओं परीक्षा और इंजीनियरिंग सेवाओं परीक्षा की चयन प्रक्रिया समान है। दोनों भर्ती में प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार शामिल हैं। हालाँकि, दोनों परीक्षाओं का पाठ्यक्रम भिन्न है।
आपके लिए कौन सा सही है?
यदि आप प्रशासन/नीति में रुचि रखते हैं और तकनीकी विषयों की तुलना में मानविकी को प्राथमिकता देते हैं, तो आपको सिविल सेवाओं परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए और IAS, IPS, IFS आदि बनने की आकांक्षा रखनी चाहिए। दूसरी ओर, यदि आप इंजीनियरिंग में गहरी रुचि रखते हैं, तकनीकी विशेषज्ञ बनने का सपना देखते हैं, और डिज़ाइन, परियोजनाओं और अवसंरचना का आनंद लेते हैं, तो आपको इंजीनियरिंग सेवाओं का चयन करना चाहिए।
