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UP बोर्ड ने व्यावसायिक विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव की योजना बनाई

उत्तर प्रदेश बोर्ड ने अपने संबद्ध स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले व्यावसायिक विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव की योजना बनाई है। यह बदलाव NCERT के पाठ्यक्रम को लागू करने के साथ-साथ नई तकनीकों पर आधारित पाठ्यक्रम सामग्री को शामिल करेगा। नए पाठ्यक्रम का कार्यान्वयन 2026-27 शैक्षणिक सत्र से होगा, जिससे छात्रों को उद्योग की चुनौतियों के लिए बेहतर तैयारी मिलेगी।
 
UP बोर्ड ने व्यावसायिक विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव की योजना बनाई

UP बोर्ड का महत्वपूर्ण निर्णय


UP बोर्ड: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP बोर्ड) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। UP बोर्ड अपने संबद्ध स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले व्यावसायिक विषयों के पाठ्यक्रम में संशोधन करने की योजना बना रहा है। इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। UP बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में कुल 46 व्यावसायिक विषय पढ़ाए जाते हैं। नए पाठ्यक्रम का कार्यान्वयन अगले शैक्षणिक सत्र, 2026-27 से होने की उम्मीद है।


पाठ्यक्रम में NCERT का समावेश

UP बोर्ड अपने व्यावसायिक विषयों के पाठ्यक्रम में संशोधन करने की योजना बना रहा है। इसके तहत, UP बोर्ड राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के व्यावसायिक पाठ्यक्रम को लागू करने की तैयारी कर रहा है। UP बोर्ड अपने पाठ्यक्रम को पंडित सुंदरलाल शर्मा केंद्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान (PSSCIVE), भोपाल द्वारा विकसित व्यावसायिक पाठ्यक्रम के साथ अपडेट करेगा।


पाठ्यक्रम में होने वाले बदलाव

इस पहल के तहत, UP बोर्ड कई व्यावसायिक विषयों के पाठ्यक्रम में संशोधन कर रहा है। इसमें मोबाइल मरम्मत, ऑटोमोबाइल तकनीक और कृषि जैसे विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव शामिल हैं। इन विषयों में पुराने पाठ्यक्रम सामग्री को नई तकनीकों पर केंद्रित मॉड्यूल से बदला जाएगा। फोटोग्राफी जैसे विषयों के पाठ्यक्रम को डिजिटल प्रारूप में परिवर्तित किया जाएगा। नए मॉड्यूल जैसे इमेज क्वालिटी, डिजिटल डिज़ाइन और फोटो संपादन को इस पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।


छात्रों के लिए लाभकारी बदलाव

UP बोर्ड व्यावसायिक विषयों के पाठ्यक्रम में संशोधन कर रहा है। यह बदलाव छात्रों के लिए लाभकारी साबित होगा। UP बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, ये बदलाव व्यावसायिक विषयों के पाठ्यक्रम को अपडेट करेंगे, जिससे छात्र वर्तमान उद्योग चुनौतियों के लिए तैयार हो सकेंगे। इसके परिणामस्वरूप, ये बदलाव कुशल कार्यबल की मांग और रोजगार प्रवृत्तियों के बीच की खाई को पाटेंगे।


नए पाठ्यक्रम की समीक्षा के लिए समिति

UP बोर्ड के सचिव भगवती सिंह के अनुसार, नए पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने और बोर्ड के 28,000 से अधिक संबद्ध संस्थानों में इसके सुचारू कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए चर्चा चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि नए पाठ्यक्रम को केवल समिति की समीक्षा के बाद लागू किया जाएगा। सिंह ने बताया कि सभी 46 व्यावसायिक विषयों के पाठ्यक्रम में आवश्यक बदलाव करने के लिए तकनीकी संस्थानों, विश्वविद्यालयों और पॉलिटेक्निक से विशेषज्ञों की एक समर्पित टीम बनाई जा रही है।