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बोर्ड परीक्षा के दौरान अध्ययन के लिए विशेषज्ञों के सुझाव

बोर्ड परीक्षाओं के दौरान छात्रों के लिए अध्ययन के प्रभावी तरीके पर विशेषज्ञों के सुझाव। निरंतर अध्ययन से मस्तिष्क थक जाता है, इसलिए हर घंटे के बाद 10 मिनट का ब्रेक लेना आवश्यक है। इसके अलावा, संतुलित आहार और सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है। जानें कैसे ये उपाय परीक्षा के तनाव को कम कर सकते हैं और आपकी याददाश्त को बेहतर बना सकते हैं।
 
बोर्ड परीक्षा के दौरान अध्ययन के लिए विशेषज्ञों के सुझाव

अध्ययन के दौरान ब्रेक लेना क्यों जरूरी है



बोर्ड परीक्षाओं के दौरान निरंतर अध्ययन से मस्तिष्क थक जाता है और तनाव बढ़ता है। इसलिए, विशेषज्ञों का सुझाव है कि हर घंटे के अध्ययन के बाद 10 मिनट का ब्रेक लेना आवश्यक है।


जैसे-जैसे बोर्ड परीक्षाएं नजदीक आती हैं, छात्रों पर अध्ययन का दबाव बढ़ जाता है। विस्तृत पाठ्यक्रम, सीमित समय और अच्छे अंक प्राप्त करने की चिंता अक्सर बच्चों को तनाव में डाल देती है। कई छात्र बिना ब्रेक के घंटों तक पढ़ाई करते हैं ताकि वे अधिक से अधिक याद कर सकें। हालांकि, शिक्षा और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह तरीका गलत है। अत्यधिक और निरंतर अध्ययन मस्तिष्क को थका देता है और जानकारी को बनाए रखना मुश्किल कर देता है।


विशेषज्ञों का कहना है कि मस्तिष्क को भी शरीर की तरह अध्ययन के दौरान आराम की आवश्यकता होती है। यदि इसे समय-समय पर आराम नहीं मिलता है, तो इसकी कार्यक्षमता कम हो जाती है। इसलिए, विशेषज्ञ छात्रों को हर घंटे के अध्ययन के बाद कम से कम 10 मिनट का ब्रेक लेने की सलाह देते हैं। यह छोटा ब्रेक मस्तिष्क को तरोताजा करता है और अगले अध्ययन सत्र पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।


सोशल मीडिया से दूर रहें

ब्रेक के दौरान छात्रों को मोबाइल फोन और सोशल मीडिया से दूर रहने की सलाह दी जाती है। ये गतिविधियाँ आँखों और मस्तिष्क को सही आराम नहीं देतीं। छात्रों के लिए बेहतर है कि वे थोड़ी देर टहलें, अपनी आँखें बंद करें और गहरी साँसें लें, या हल्का स्ट्रेचिंग करें। इससे शरीर तरोताजा होता है और मन शांत होता है। कुछ विशेषज्ञों का सुझाव है कि ब्रेक के दौरान अपने पसंदीदा संगीत को सुनना या पानी पीना भी फायदेमंद हो सकता है।


संतुलित आहार का महत्व

अध्ययन के साथ-साथ आहार पर ध्यान देना भी महत्वपूर्ण है। अक्सर, बोर्ड परीक्षाओं के दौरान छात्र या तो भोजन छोड़ देते हैं या जंक फूड पर निर्भर रहते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए एक उचित और संतुलित आहार आवश्यक है। फल, हरी सब्जियाँ, दालें, दूध और मेवे मस्तिष्क को ऊर्जा प्रदान करते हैं और याददाश्त में सुधार करते हैं। दूसरी ओर, अत्यधिक तले हुए और बाहर के भोजन से सुस्ती और थकान बढ़ सकती है।


विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का कहना है कि निरंतर और लंबे समय तक अध्ययन करने से मस्तिष्क जल्दी थक जाता है, जो याददाश्त को प्रभावित करता है। मेदांता अस्पताल की चिकित्सक डॉ. अर्पिता कुलश्रेष्ठा छात्रों को हर घंटे के अध्ययन के बाद कम से कम 10 मिनट का ब्रेक लेने की सलाह देती हैं ताकि उनके मस्तिष्क को आराम मिल सके। एक स्वस्थ और संतुलित आहार लेना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उचित पोषण शरीर और मन दोनों को मजबूत करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि पर्याप्त आराम, पर्याप्त नींद और पौष्टिक भोजन को प्राथमिकता देकर, छात्र परीक्षा के तनाव को काफी हद तक कम कर सकते हैं।