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मोबाइल फोन और बैंक का हिंदी में अर्थ जानें

इस लेख में हम मोबाइल फोन और बैंकों के हिंदी अर्थ के बारे में जानकारी साझा कर रहे हैं। जानें कि मोबाइल फोन को हिंदी में क्या कहा जाता है और बैंक का अर्थ क्या है। इसके अलावा, जानें कि भारत में मोबाइल फोन और बैंकों का आगमन कब हुआ। यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकती है।
 
मोबाइल फोन और बैंक का हिंदी में अर्थ जानें

मोबाइल फोन और बैंक: हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा



आजकल, मोबाइल फोन और बैंक हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं। तकनीकी प्रगति ने हमें घर बैठे कई कार्य करने की सुविधा प्रदान की है। हम रोजाना मोबाइल फोन और बैंकों का उपयोग करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिंदी में इनका क्या नाम है?


इस लेख के माध्यम से, हम आपको मोबाइल फोन और बैंकों के हिंदी अर्थ के बारे में जानकारी देंगे, जो आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है।


मोबाइल फोन का हिंदी में नाम

मोबाइल फोन अब हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है। हम प्रतिदिन इसका उपयोग करते हैं। हिंदी में मोबाइल फोन को 'सचल दूरभाष यंत्र' कहा जाता है। इसे 'सचल' (मोबाइल) इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसे कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है। पारंपरिक मोबाइल फोन को 'दूरभाष यंत्र' (टेलीफोन) कहा जाता है, जो एक स्थान पर स्थिर रहता था।


बैंक का हिंदी में अर्थ

आज, दुनिया भर में कई बैंक हैं। बैंक न केवल हमारी बचत को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि जब हमें पैसे की आवश्यकता होती है, तब ये बहुत काम आते हैं। हिंदी में बैंक को 'अधिकोष' कहा जाता है, जिसका अर्थ है एक सुरक्षित स्थान जहाँ पैसे या संपत्ति को सुरक्षित रखा जाता है।


भारत में मोबाइल फोन और बैंकों का आगमन

भारत में मोबाइल फोन सेवाएँ 31 जुलाई 1995 को पहली बार शुरू की गई थीं। मोदी टेलस्ट्रा पहली कंपनी थी जिसने भारत में मोबाइल फोन सेवाएँ शुरू कीं। पहली कॉल कोलकाता से दिल्ली के लिए की गई थी। इसके अलावा, भारत का पहला बैंक 'बैंक ऑफ हिंदुस्तान' नाम से 1770 में स्थापित हुआ था, जो कि कलकत्ता में था।