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16.85 लाख छात्रों और 242 विश्वविद्यालयों के साथ सीयूईटी-यूजी देश की सबसे बड़ी परीक्षाओ में शुमार

कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी-यूजी) भारत की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा में से एक बनने जा रही है। सीयूईटी-यूजी के प्रथम वर्ष 2022 में 12.50 लाख छात्रों ने इसके लिए अपना पंजीकरण कराया और केवल 9.9 लाख छात्रों ने अपने आवेदन जमा किए।
 
नई दिल्ली, 4 अप्रैल (आईएएनएस)| कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी-यूजी) भारत की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा में से एक बनने जा रही है। सीयूईटी-यूजी के प्रथम वर्ष 2022 में 12.50 लाख छात्रों ने इसके लिए अपना पंजीकरण कराया और केवल 9.9 लाख छात्रों ने अपने आवेदन जमा किए। वहीं इस वर्ष 2023 में कुल 16.85 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया इनमें से 13.95 लाख छात्रों ने आवेदन शुल्क का भुगतान कर अपना आवेदन पत्र जमा किया है। जिन तीन राज्यों से छात्रों की सबसे बड़ी संख्या सीयूईटी-यूजी 2023 में शामिल होगी, वे राज्य उत्तर प्रदेश, दिल्ली और बिहार हैं।  यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने बताया कि पिछले साल 59 देशों के छात्रों ने सीयूईटी-यूजी के लिए आवेदन किया था। 2023 में 74 देशों के छात्र इसमें शामिल हो रहे हैं। इनमें 1000 छात्र यूरोप, एशिया, अमेरिका और खाड़ी देशों से हैं। कुल मिलाकर इस बार परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की संख्या में 4 लाख की वृद्धि हुई है।  यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि 2023 में सीयूईटी-यूजी में बैठने वाले छात्रों की कुल संख्या में 41 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने आगे कहा, हमने सीयूईटी-यूजी की प्रक्रिया में भाग लेने वाले विश्वविद्यालयों की संख्या में भी वृद्धि देखी है। 2022 में, यह 90 थी, लेकिन 2023 में यह बढ़कर 242 हो गया। यह महत्वपूर्ण वृद्धि इंगित करती है कि सीयूईटी-यूजी यूजी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन रहा है।  वहीं जिन पांच केंद्रीय विश्वविद्यालयों को 2023 में सीयूईटी-यूजी के लिए सबसे अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, वे दिल्ली विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया इस्लामिया हैं। यही क्रम 2022 में भी था। 2023 में सीयूईटी-यूजी के लिए बैठने वाले 13.99 लाख में से 6.51 लाख महिलाएं हैं, और 7.48 लाख पुरुष हैं। 2022 की तुलना में इस वर्ष छात्राओं की संख्या में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि पुरुष छात्रों में यह वृद्धि 34 प्रतिशत है।  सीयूईटी यूजी परीक्षा 21 मई से 31 मई तक होगी और शैक्षणिक सत्र 1 अगस्त से शुरू होगा। छात्रों की विभिन्न श्रेणियों (एसटी, एससी, ओबीसी-एनसीएल, सामान्य-अनारक्षित, ईडब्ल्यूएस) में एसटी वर्ग के छात्रों के जमा किए गए आवेदनों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। जबकि यह सच है कि सीयूईटी-यूजी स्कोर का उपयोग बीए, बी.कॉम और बीएससी में प्रवेश के लिए किया जाता है। विभिन्न विषयों में, इसका उपयोग कई अन्य कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए भी किया जाता है जैसे इंटीग्रेटेड ड्यूल डिग्री बीबीए एलएलबी, बैचलर ऑफ आ*++++++++++++++++++++++++++++र्*टेक्च र, बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन, बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी, इंटीग्रेटेड बी. एससी.-एम.एससी, एकीकृत बीए-एमए।  प्रोफेसर कुमार के मुताबिक के अनुसार दिलचस्प बात यह है कि सीयूईटी-यूजी स्कोर का उपयोग बीटेक में प्रवेश के लिए भी किया जाता है। बड़ी संख्या में विश्वविद्यालयों द्वारा विभिन्न इंजीनियरिंग विषयों में इसका उपयोग बीटेक के दूसरे वर्ष में डिप्लोमा धारकों के पाश्र्व प्रवेश के लिए भी किया जाता है। जम्मू और कश्मीर क्षेत्र से छात्रों की संख्या में काफी उछाल आया है। 2022 में, इस क्षेत्र से कुल 13021 छात्रों ने सीयूईटी-यूजी लिया। लेकिन 2023 में यह संख्या 82655 है जो 6.3 गुना की वृद्धि दर्शाती है।
नई दिल्ली, 5 अप्रैल - कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी-यूजी) भारत की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा में से एक बनने जा रही है। सीयूईटी-यूजी के प्रथम वर्ष 2022 में 12.50 लाख छात्रों ने इसके लिए अपना पंजीकरण कराया और केवल 9.9 लाख छात्रों ने अपने आवेदन जमा किए। वहीं इस वर्ष 2023 में कुल 16.85 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया इनमें से 13.95 लाख छात्रों ने आवेदन शुल्क का भुगतान कर अपना आवेदन पत्र जमा किया है। जिन तीन राज्यों से छात्रों की सबसे बड़ी संख्या सीयूईटी-यूजी 2023 में शामिल होगी, वे राज्य उत्तर प्रदेश, दिल्ली और बिहार हैं।

यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने बताया कि पिछले साल 59 देशों के छात्रों ने सीयूईटी-यूजी के लिए आवेदन किया था। 2023 में 74 देशों के छात्र इसमें शामिल हो रहे हैं। इनमें 1000 छात्र यूरोप, एशिया, अमेरिका और खाड़ी देशों से हैं। कुल मिलाकर इस बार परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की संख्या में 4 लाख की वृद्धि हुई है।

यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि 2023 में सीयूईटी-यूजी में बैठने वाले छात्रों की कुल संख्या में 41 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने आगे कहा, हमने सीयूईटी-यूजी की प्रक्रिया में भाग लेने वाले विश्वविद्यालयों की संख्या में भी वृद्धि देखी है। 2022 में, यह 90 थी, लेकिन 2023 में यह बढ़कर 242 हो गया। यह महत्वपूर्ण वृद्धि इंगित करती है कि सीयूईटी-यूजी यूजी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन रहा है।

वहीं जिन पांच केंद्रीय विश्वविद्यालयों को 2023 में सीयूईटी-यूजी के लिए सबसे अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, वे दिल्ली विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया इस्लामिया हैं। यही क्रम 2022 में भी था। 2023 में सीयूईटी-यूजी के लिए बैठने वाले 13.99 लाख में से 6.51 लाख महिलाएं हैं, और 7.48 लाख पुरुष हैं। 2022 की तुलना में इस वर्ष छात्राओं की संख्या में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि पुरुष छात्रों में यह वृद्धि 34 प्रतिशत है।

सीयूईटी यूजी परीक्षा 21 मई से 31 मई तक होगी और शैक्षणिक सत्र 1 अगस्त से शुरू होगा। छात्रों की विभिन्न श्रेणियों (एसटी, एससी, ओबीसी-एनसीएल, सामान्य-अनारक्षित, ईडब्ल्यूएस) में एसटी वर्ग के छात्रों के जमा किए गए आवेदनों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। जबकि यह सच है कि सीयूईटी-यूजी स्कोर का उपयोग बीए, बी.कॉम और बीएससी में प्रवेश के लिए किया जाता है। विभिन्न विषयों में, इसका उपयोग कई अन्य कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए भी किया जाता है जैसे इंटीग्रेटेड ड्यूल डिग्री बीबीए एलएलबी, बैचलर ऑफ आ*++++++++++++++++++++++++++++र्*टेक्च र, बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन, बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी, इंटीग्रेटेड बी. एससी.-एम.एससी, एकीकृत बीए-एमए।

प्रोफेसर कुमार के मुताबिक के अनुसार दिलचस्प बात यह है कि सीयूईटी-यूजी स्कोर का उपयोग बीटेक में प्रवेश के लिए भी किया जाता है। बड़ी संख्या में विश्वविद्यालयों द्वारा विभिन्न इंजीनियरिंग विषयों में इसका उपयोग बीटेक के दूसरे वर्ष में डिप्लोमा धारकों के पाश्र्व प्रवेश के लिए भी किया जाता है। जम्मू और कश्मीर क्षेत्र से छात्रों की संख्या में काफी उछाल आया है। 2022 में, इस क्षेत्र से कुल 13021 छात्रों ने सीयूईटी-यूजी लिया। लेकिन 2023 में यह संख्या 82655 है जो 6.3 गुना की वृद्धि दर्शाती है।