Logo Naukrinama

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए

भारत में सैंकड़ों त्यौहार मनाए जाते हैं। इन त्यौहारों के अलावा, यहां बड़ी संख्या में मेले लगते हैं, जिनमें लाखों की संख्या में लोग भाग लेते हैं। उनमें से एक बड़ी संख्या क्षेत्रीय होती है। ये मेले धार्मिक महत्च और तीर्थ यात्रा के लिए महत्वपूर्ण स्थान है। इनमें से कुछ मेलों में विदेशी पर्यटक भी
 
ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
fair

भारत में सैंकड़ों त्यौहार मनाए जाते हैं। इन त्यौहारों के अलावा, यहां बड़ी संख्या में मेले लगते हैं, जिनमें लाखों की संख्या में लोग भाग लेते हैं। उनमें से एक बड़ी संख्या क्षेत्रीय होती है। ये मेले धार्मिक महत्च और तीर्थ यात्रा के लिए महत्वपूर्ण स्थान है। इनमें से कुछ मेलों में विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में भाग लेते हैं और ये दुनिया के सबसे बड़े जनसमूह में से एक होते हैं। नौकरीनामा.कॉम आपके लिए भारत के ऐसे ही 10 सबसे बड़े और प्रसिद्ध मेलों की एक सूची ला रहा है:

भारत का सबसे बड़ा मेला देखने के लिए नेक्सट पर क्लिक करें…

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
Khumb-ka-Mela

कुंभ का मेला:
हिंदी में एक मशहूर कहावत है “कुंभ के मेले में बिछड़ा हुआ भाई” (भाई जो कुंभ के मेले में खो गया था)। यह मेले का हिंदू संस्कृति में बड़ा धार्मिक महत्व है इसलिए इसमें करोड़ों की संख्या में लोग भाग लेते हैं। यह 12 साल के अंतराल पर भारत के चार प्रमुख शहरों की पवित्र नदियां क्षिप्रा, गोदावरी, गंगा और यमुना के तट पर आयोजित किया जाता है। यहां दुनिया की सबसे बड़ी शांतिपूर्ण भीड़ इकट्ठा होती है। लाखों तीर्थयात्रियों के प्रमुख स्नान तिथियों पर पवित्र स्नान करना और साधु मुख्य आकर्षण होते हैं। अनुमान लगाया गया था कि 2014 के नासिक कुंभ में 08 करोड़ लोगों ने भाग लिया था। यहीं कारण है कि कुंभ के मेले में इकट्ठा होने वाली भीड़ विश्व में सबसे बड़ी सभा के रूप में रिकॉर्ड है।

बिहारी मेला देखने के लिए नेक्सट पर क्लिक करें

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
Sonepur-Mela-Bihar

सोनपुर मेला (बिहार):
यह आमतौर पर नवंबर में पूर्णिमा के दिन (कार्तिक पूर्णिमा) आयोजित किया जाता है। यह दुनिया के सबसे बड़े पशुधन मेलों में से एक है और एशिया में सबसे बड़ा है। यह गंडक और गंगा नदी के तट पर सोनपुर में हर साल आयोजित किया जाता है। लगभ्भग एक महीने तक चलने वाले इस मेंले में ऊंट, हाथी, गाय, भैंस, कुत्ते, घोड़े, खरगोश, भेड़, पक्षी, गिनी सुअरों का व्यापार किया जाता है। इस मेले की जड़ों से मौर्य राजा का वापस पता लगाया जा सकता है!

सबसे बड़ा राजस्थानी मेला देखने के लिए नेक्सट पर क्लिक करें

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
Pushkar-mela

पुष्कर मेला (राजस्थान):
यह मशहूर ऊंट मेले के रूप में जाना जाता है। यह उत्सव अजमेर जिले के पुष्कर में आयोजित किया जाता है। पुष्कर 14वीं सदी के जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के लिए भी प्रसिद्ध है जो दुनिया में केवल एक ही ब्रह्मा मंदिर है। इस मेले में, हजारों पशुधन खरीदारों और डीलरों की भारी संख्या इकट्ठा होती है जो घोड़े, ऊंट, आदि मवेशियों का व्यापार करते हैं। अनुमान है कि 50,000 से अधिक ऊंटों को सजाया जाता है, और ऊंट व घोड़ा दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। मवेशियों के अलावा, सबसे लंबी मूंछ प्रतियोगिता, दुल्हन प्रतियोगिता, और मटकी फोड़ प्रतियोगता पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण हैं।

एक और राजस्थानी मेला देखने के लिए नेक्सट पर क्लिक करें

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
Kolayat-Fair-Bikaner

कोलायत मेला (राजस्थान):
यह मेला राजस्थान के सबसे रंगीन मेलों में से एक है। कोलायत मेला बीकानेर में सबसे सबसे बड़ा मेला है और यह कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित किया जाता है। कोलायत तीर्थयात्रा का एक ऐतिहासिक केंद्र है, माना जाता है कि यहां वैदिक ऋषि कपिल को पीपल के पेड़ के नीचे दफनाया गया था। इस मेले में सभी 52 घाटों को सजाया जाता है। कपिल सरोवर झील में हजारों रोशन लैंपों को तैरते हुए मेले की खूबसूरती को देखा जा सकता है।

सबसे बड़ा बुद्ध मेला देखने के लिए नेक्सट पर क्लिक करें

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
Hemis-Gompa-Fair-Ladakh

हेमिस गोम्पा मेला (लद्दाख):
यह मेला आध्यात्मिक नेता और तिब्बत तांत्रिक बौद्ध धर्म के निर्माता पद्मसंभव की जयंती मनाने के रूप में लद्दाख की खूबसूरत भूमि पर आयोजित किया जाता है। यह तिब्बती चंद्र कैलेंडर के हर पांचवें महीने के 10 वें दिन मनाया जाता है। यह मेला 2 दिवसीय होता है और ज्वलंत और विशाल मेले के रूप में जाना जाता है। इसमें लोक नृत्य और नाटकों के विभिन्न प्रकारों का प्रदर्शन किया जाता है। यह पर्यटन का एक प्रमुख आकर्षण केंद्र है। यह सबसे बड़ा बौद्ध मठ है इसिलिए मेले का नाम हेमिस गोम्पा हैं।

उड़ीसा का मेला देखने के लिए नेक्सट पर क्लिक करें

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
Chandrabhaga-Mela-Orrisa

चंद्रभागा मेला (उड़ीसा):
उड़ीसा का चंद्रभागा मेला फरवरी महीने में हर साल आयोजित किया जाता है। यह उड़ीसा के कोणार्क का प्रसिद्ध सूर्य मंदिर की पूजा के लिए आयोजित किया जाता है। यह सबसे रंगीन और धार्मिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण उत्सवों में से एक है।

बंगाल का प्रसिद्ध मेला देखने के लिए नेक्सट पर क्लिक करें

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
Gangasagar-Bengal

गंगासागर (पश्चिम बंगाल):
यह सुंदरवन के द्वीपों पर आयोजित होने वाला पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा मेला है। यह मकर संक्रांति पर्व के समय मनाया जाता है, यह लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। यह वह समय होता है जब सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करता है। इस अवसर पर श्रद्धालू गंगा में डुबकी लगाते हैं। कहा जाता है कि इस पवित्र स्नान से मोक्ष की प्राप्ति होती है। डुबकी कपिल मुनि मंदिर या आश्रम में पूजा के बाद लागाई जाती है। यह पर्यटन के आकर्षण का एक केंद्र है जो तीर्थयात्रियों और रोमांच प्रेमियों को आकर्षित करता है।

असम का मेला देखने के लिए नेक्सट पर क्लिक करें

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
Ambubachi-Fair-Assam

अंबूवाची मेला (असम):
यह पूर्वी भारत का सबसे बड़ा मेला है। यह गुवाहटी के कामाख्या मंदिर में हर साल मानसून में आयोजित किया जाता है और मध्य जून में समाप्त हो जाता है। जब ब्रह्मपुत्र नदी उफान पर होती है तब कामाख्या देवी का वार्षिक धर्म उत्सव आयोजित किया जाता है। जप मंत्र, भक्तों की पूजा इस मेलों को बहुत रोचक बनाती है।

राजस्थान का एक और बड़ा मेला देखने के लिए नेक्सट पर क्लिक करें

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
Gangaur

गणगौर मेला (राजस्थान):
गणगौर राजस्थान के सबसे बड़े त्यौहारों में से एक है। गणगौर का मेला जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, नाथद्वारा जैसे कई स्थानों पर आयोजित किया जाता है। इस त्यौहार पर, युवा लड़कियां नए कपड़े पहने अच्छा पति पाने के लिए प्रार्थना करती है। इस दिन देवी की प्रतिमा को सजाया जाता है और शहर की गलियों में घुमाया जाता है। महिलाएं, टंकी, बगीचे, कुओं पर गौरी माता का चित्र बनाती हैं। और ईसर सिर पर रख कर महिलाएं देवी के गीत गाती हैं।

रंगीले राजस्थान का एक और ऐसा मेला देखने के लिए नेक्सट पर क्लिक करें

ये है भारत के 10 सबसे बड़े और विश्व प्रसिद्ध मेले, जानिए
Baneshwar-Fair-Rajasthan

बेणेश्वर धाम मेला (राजस्थान):
यह मेला राजस्थान राज्य के डूंगरपुर जिले में मनाया जाता है। बेणेश्वर ‘डेल्टा के मास्टर’ को संदर्भित करता है जो शिव लिंग से आता है। जिसकी डूंगरपुर के महादेव मंदिर में पूजा की जाती है। यह मुख्य रूप से राजस्थान, गुजरात, और मध्य प्रदेश के आदिवासी और भील समुदायों द्वारा माही और सोम नदियों के संगम पर इकट्ठे होकर मनाया जाता है। इस त्यौहार का बड़ा धार्मिक महत्व है। ये आदिवासी समुदाय इस मेले के अवसर पर मजेदार गाने गाते हैं और नाचते हैं।

आप हमें अपने विचार नीचे कमेंट सेक्सन में शेयर कर सकते हैं। और अपने नेटवर्क में भी शेयर करें