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वेल्लोर आदिवासी स्कूल में तमिलनाडु सीएम स्टालिन का औचक निरीक्षण

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को वेल्लोर जिले के आदि द्रविड़ स्कूल में ब्रेकफास्ट स्कीम की जांच करने के लिए औचक निरीक्षण किया कि क्या यह ठीक से परोसा जा रहा है।
 
चेन्नई, 2 फरवरी (आईएएनएस)| तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को वेल्लोर जिले के आदि द्रविड़ स्कूल में ब्रेकफास्ट स्कीम की जांच करने के लिए औचक निरीक्षण किया कि क्या यह ठीक से परोसा जा रहा है। स्टालिन के साथ वेल्लोर के जिला कलेक्टर कुमारवेल पांडियन और वेल्लोर निगम आयुक्त पी. अशोक कुमार भी मौजूद रहे।  मुख्यमंत्री सुबह करीब 7.30 बजे स्कूल पहुंचे और हेडमास्टर अंबाझगन से स्कूल की जरूरतों के साथ-साथ वहां परोसे जा रहे नाश्ते की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली।  स्कूल के हेडमास्टर अंभझगन ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, मुख्यमंत्री बहुत विनम्र हैं, लेकिन मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से देखकर हैरान रह गया। उन्होंने कुछ छात्रों को नाश्ता भी परोसा।  हेडमास्टर के अनुसार, स्टालिन ने स्कूल में छात्रों की संख्या, उनकी पढ़ाई और परोसे जा रहे नाश्ते की गुणवत्ता के बारे में पूछताछ की।  सीएम स्टालिन ने जिस स्कूल का औचक निरीक्षण किया, वह आदि द्रविड़ और आदिवासी कल्याण विभाग द्वारा संचालित एक सरकारी स्कूल है। स्कूल में वर्तमान में 132 छात्र हैं जिनमें 73 छात्राएं हैं। अधिकांश छात्र आदिवासी इरुला समुदाय से हैं।  मुख्यमंत्री ने सथुवाचारी में एक वेलनेस सेंटर का भी दौरा किया, जो वेल्लोर निगम सीमा के भीतर है। वेल्लोर निगम ने पहले ही 25 लाख रुपये की लागत से 20 कल्याण केंद्रों का निर्माण किया है।  स्टालिन ने सामुदायिक रसोई का भी दौरा किया, जहां राज्य सरकार की स्कूली छात्रों के लिए मुफ्त नाश्ते की योजना के तहत नाश्ता तैयार किया जाता है। वेल्लोर में सामुदायिक रसोई 3,269 छात्र-छात्राओं के लिए नाश्ता तैयार करती है और निगम द्वारा संचालित 48 स्कूलों को परोसती है।
चेन्नई, 2 फरवरी- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को वेल्लोर जिले के आदि द्रविड़ स्कूल में ब्रेकफास्ट स्कीम की जांच करने के लिए औचक निरीक्षण किया कि क्या यह ठीक से परोसा जा रहा है। स्टालिन के साथ वेल्लोर के जिला कलेक्टर कुमारवेल पांडियन और वेल्लोर निगम आयुक्त पी. अशोक कुमार भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री सुबह करीब 7.30 बजे स्कूल पहुंचे और हेडमास्टर अंबाझगन से स्कूल की जरूरतों के साथ-साथ वहां परोसे जा रहे नाश्ते की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली।

स्कूल के हेडमास्टर अंभझगन ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, मुख्यमंत्री बहुत विनम्र हैं, लेकिन मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से देखकर हैरान रह गया। उन्होंने कुछ छात्रों को नाश्ता भी परोसा।

हेडमास्टर के अनुसार, स्टालिन ने स्कूल में छात्रों की संख्या, उनकी पढ़ाई और परोसे जा रहे नाश्ते की गुणवत्ता के बारे में पूछताछ की।

सीएम स्टालिन ने जिस स्कूल का औचक निरीक्षण किया, वह आदि द्रविड़ और आदिवासी कल्याण विभाग द्वारा संचालित एक सरकारी स्कूल है। स्कूल में वर्तमान में 132 छात्र हैं जिनमें 73 छात्राएं हैं। अधिकांश छात्र आदिवासी इरुला समुदाय से हैं।

मुख्यमंत्री ने सथुवाचारी में एक वेलनेस सेंटर का भी दौरा किया, जो वेल्लोर निगम सीमा के भीतर है। वेल्लोर निगम ने पहले ही 25 लाख रुपये की लागत से 20 कल्याण केंद्रों का निर्माण किया है।

स्टालिन ने सामुदायिक रसोई का भी दौरा किया, जहां राज्य सरकार की स्कूली छात्रों के लिए मुफ्त नाश्ते की योजना के तहत नाश्ता तैयार किया जाता है। वेल्लोर में सामुदायिक रसोई 3,269 छात्र-छात्राओं के लिए नाश्ता तैयार करती है और निगम द्वारा संचालित 48 स्कूलों को परोसती है।