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पांडिचेरी विश्वविद्यालय की MBBS परीक्षा में पेपर लीक, परीक्षा की तिथि टली

एक परेशान करने वाली घटना में, पांडिचेरी विश्वविद्यालय ने पेपर लीक की घटना के बाद अपनी प्रथम वर्ष की एमबीबीएस परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की है। परीक्षा देने के लिए तैयार परीक्षा हॉल में पहुंचे छात्रों को परीक्षा शुरू होने से ठीक पहले स्थगित करने की सूचना दी गई। यह दुर्भाग्यपूर्ण खबर उनकी तैयारी और योजनाओं में एक महत्वपूर्ण बाधा बनकर आई।
 
 
पांडिचेरी विश्वविद्यालय की MBBS परीक्षा में पेपर लीक, परीक्षा की तिथि टली

एक परेशान करने वाली घटना में, पांडिचेरी विश्वविद्यालय ने पेपर लीक की घटना के बाद अपनी प्रथम वर्ष की एमबीबीएस परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की है। परीक्षा देने के लिए तैयार परीक्षा हॉल में पहुंचे छात्रों को परीक्षा शुरू होने से ठीक पहले स्थगित करने की सूचना दी गई। यह दुर्भाग्यपूर्ण खबर उनकी तैयारी और योजनाओं में एक महत्वपूर्ण बाधा बनकर आई।
Pondicherry University First-Year MBBS Test Postponed Amidst Exam Paper Leak

स्थगन का विवरण

पांडिचेरी विश्वविद्यालय के सहायक रजिस्ट्रार (मेडिकल) ने संबद्ध कॉलेजों के डीन और निदेशकों को एक परिपत्र जारी किया। परिपत्र में कहा गया है कि 2024 सत्र के लिए प्रथम वर्ष की एमबीबीएस परीक्षाएं "अपरिहार्य कारणों" से स्थगित करनी पड़ीं। हालांकि, इसमें पेपर लीक की घटना के बारे में विशेष विवरण नहीं दिया गया। संशोधित परीक्षा कार्यक्रम की घोषणा जल्द ही की जाएगी।

हाल के घटनाक्रमों की पृष्ठभूमि

परीक्षा में गड़बड़ी से निपटने के लिए नए नियम लागू किए जाने के बाद परीक्षा स्थगित की गई है। जून 2024 में, केंद्र सरकार ने सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 लागू किया । इस कानून का उद्देश्य सार्वजनिक परीक्षाओं और प्रवेश परीक्षाओं में पेपर लीक और अन्य अनुचित व्यवहारों को रोकना है। अधिनियम के प्रमुख प्रावधानों में शामिल हैं:

  • न्यूनतम कारावास अवधि: प्रश्नपत्र लीक करने या उत्तर पुस्तिकाओं से छेड़छाड़ करने के दोषी पाए जाने पर न्यूनतम तीन वर्ष की कारावास अवधि का प्रावधान है।
  • अधिकतम दंड: जेल की अवधि पांच वर्ष तक बढ़ाई जा सकती है, तथा जुर्माना 10 लाख रुपये तक हो सकता है।

यह अधिनियम सार्वजनिक परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

अनियमितताओं के हालिया आरोप

पांडिचेरी विश्वविद्यालय में पेपर लीक का मामला परीक्षा में अनियमितताओं के व्यापक पैटर्न का हिस्सा है। इस साल की शुरुआत में, शिक्षा मंत्रालय ने संदिग्ध पेपर लीक के कारण 18 जून को होने वाली यूजीसी नेट परीक्षा को रद्द कर दिया था। 1205 केंद्रों पर 11,21,225 उम्मीदवारों के लिए आयोजित की गई परीक्षा के जून सत्र में तब गड़बड़ी हुई जब परीक्षा से दो दिन पहले प्रश्नपत्र डार्क वेब पर प्रसारित पाया गया। नतीजतन, परीक्षा अब 21 अगस्त से 4 सितंबर, 2024 के बीच आयोजित करने के लिए पुनर्निर्धारित की गई है।

प्रभाव और भविष्य के उपाय

ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति परीक्षा की शुचिता की रक्षा के लिए कड़े उपायों की तत्काल आवश्यकता को उजागर करती है। छात्र और शैक्षणिक संस्थान पांडिचेरी विश्वविद्यालय एमबीबीएस परीक्षा के संशोधित कार्यक्रम के बारे में आगे की जानकारी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।