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विपक्ष ने दसवीं कक्षा का पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए ओडिशा विधानसभा में हंगामा किया

दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए विपक्षी भाजपा और कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने ओडिशा विधानसभा में हंगामा किया।
 
भुवनेश्वर, 20 मार्च (आईएएनएस)| दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए विपक्षी भाजपा और कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने ओडिशा विधानसभा में हंगामा किया। हालांकि, स्कूल और जन शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने आरोप से इनकार किया। सदन में पहले पूर्व विधायक बीरेंद्र पांडे को श्रद्धांजलि दी गई। इसके तुरंत बाद भाजपा और कांग्रेस के सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के आसन पर चढ़ गए और दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सोमवार को दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के अंतिम दिन गणित के प्रश्नपत्र की फोटोकॉपी दिखाते हुए विपक्षी सदस्यों ने मंत्री दास के इस्तीफे की मांग की।  अध्यक्ष बिक्रम केशरी अरुखा ने भाजपा और कांग्रेस सदस्यों से प्रश्नकाल में भाग लेने और शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाने का अनुरोध किया। हालांकि, विपक्षी विधायकों ने स्पीकर के अनुरोध पर ध्यान दिए बिना अपना विरोध जारी रखा। ऐसे में अध्यक्ष ने कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी।  विधानसभा के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए भाजपा नेता मोहन मांझी ने आरोप लगाया, हालांकि हमारे नेता प्रतिपक्ष ने पहले भी इतिहास और राजनीति विज्ञान विषयों के प्रश्न पत्रों के लीक होने का मुद्दा उठाया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुरी जिले में आज फिर मैट्रिक का प्रश्न पत्र परीक्षा शुरू होने से काफी पहले लीक हो गया। इसलिए हमें प्रश्नकाल में खलल डालने के लिए मजबूर होना पड़ा।  यह एक संवेदनशील मामला है। लेकिन सरकार इसका कोई जवाब नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि इससे मेधावी छात्र प्रभावित होंगे। मांझी ने मांग की कि मंत्री को इसे स्वीकार करना चाहिए और अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।  कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद बाहिनीपति ने राज्य में प्रश्नपत्र लीक का रैकेट चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस दिशा में उचित जांच की जानी चाहिए और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। आगे कहा कि सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने इस मुद्दे पर मंत्री दास के इस्तीफे की मांग की।  दूसरी ओर, स्कूल और जन शिक्षा मंत्री ने विपक्ष के आरोप का खंडन किया और कहा कि उन्होंने जिला कलेक्टर, बोर्ड के अधिकारियों और पुरी जिला शिक्षा अधिकारी से बात की थी, लेकिन प्रश्न पत्र के लीक होने की कोई जानकारी नहीं थी।
भुवनेश्वर, 20 मार्च -दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए विपक्षी भाजपा और कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने ओडिशा विधानसभा में हंगामा किया। हालांकि, स्कूल और जन शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने आरोप से इनकार किया। सदन में पहले पूर्व विधायक बीरेंद्र पांडे को श्रद्धांजलि दी गई। इसके तुरंत बाद भाजपा और कांग्रेस के सदस्य विधानसभा अध्यक्ष के आसन पर चढ़ गए और दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सोमवार को दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के अंतिम दिन गणित के प्रश्नपत्र की फोटोकॉपी दिखाते हुए विपक्षी सदस्यों ने मंत्री दास के इस्तीफे की मांग की।

अध्यक्ष बिक्रम केशरी अरुखा ने भाजपा और कांग्रेस सदस्यों से प्रश्नकाल में भाग लेने और शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाने का अनुरोध किया। हालांकि, विपक्षी विधायकों ने स्पीकर के अनुरोध पर ध्यान दिए बिना अपना विरोध जारी रखा। ऐसे में अध्यक्ष ने कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

विधानसभा के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए भाजपा नेता मोहन मांझी ने आरोप लगाया, हालांकि हमारे नेता प्रतिपक्ष ने पहले भी इतिहास और राजनीति विज्ञान विषयों के प्रश्न पत्रों के लीक होने का मुद्दा उठाया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुरी जिले में आज फिर मैट्रिक का प्रश्न पत्र परीक्षा शुरू होने से काफी पहले लीक हो गया। इसलिए हमें प्रश्नकाल में खलल डालने के लिए मजबूर होना पड़ा।

यह एक संवेदनशील मामला है। लेकिन सरकार इसका कोई जवाब नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि इससे मेधावी छात्र प्रभावित होंगे। मांझी ने मांग की कि मंत्री को इसे स्वीकार करना चाहिए और अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।

कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद बाहिनीपति ने राज्य में प्रश्नपत्र लीक का रैकेट चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस दिशा में उचित जांच की जानी चाहिए और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। आगे कहा कि सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने इस मुद्दे पर मंत्री दास के इस्तीफे की मांग की।

दूसरी ओर, स्कूल और जन शिक्षा मंत्री ने विपक्ष के आरोप का खंडन किया और कहा कि उन्होंने जिला कलेक्टर, बोर्ड के अधिकारियों और पुरी जिला शिक्षा अधिकारी से बात की थी, लेकिन प्रश्न पत्र के लीक होने की कोई जानकारी नहीं थी।