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MP पटवारी भर्ती पर लगी रोक, 9 हजार पद के लिए रिजल्ट की घोषणा के बाद मचा बवाल, ये है वजह

हंगामे के बाद मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एमपी पटवारी भर्ती पर रोक लगा दी है. हाल ही में इस परीक्षा का रिजल्ट घोषित हुआ है और तभी से अभ्यर्थी कह रहे हैं कि इस परीक्षा में घोटाला हुआ है.
 
हंगामे के बाद मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एमपी पटवारी भर्ती पर रोक लगा दी है. हाल ही में इस परीक्षा का रिजल्ट घोषित हुआ है और तभी से अभ्यर्थी कह रहे हैं कि इस परीक्षा में घोटाला हुआ है. दरअसल मामला यह है कि 30 जून को मध्य प्रदेश कार्मिक चयन बोर्ड ने एमपी पटवारी भर्ती परीक्षा 2023 का परिणाम घोषित कर दिया। इन नतीजों में दस टॉपर्स में से सात एक ही सेंटर से हैं. यह जानकारी सामने आने के बाद अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए और भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर संदेह जताया. मामला बढ़ने पर इस पर रोक लगा दी गई है.  क्या लिखा है ट्वीट में व्यापमं घोटाले के आरोप पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि कर्मचारी चयन बोर्ड ने ग्रुप-2, सब-ग्रुप-4 और पटवारी भर्ती परीक्षा पर सवाल उठाए हैं. मैं इस परीक्षा के आधार पर होने वाली नियुक्तियों पर रोक लगाता हूं. इस सेंटर का रिजल्ट दोबारा जांचा जाएगा.  इस सेंटर के अभ्यर्थी टॉपर बनें एमपी पटवारी भर्ती परीक्षा परिणाम 2023 30 जून को जारी किया गया था। ये नतीजे ग्रुप दो और सब-ग्रुप चार के लिए घोषित किए गए। आधिकारिक सूची के अनुसार, एमपी पटवारी परीक्षा के शीर्ष दस टॉपर्स में से सात टॉपर्स एनआरआई कॉलेज, ग्वालियर से हैं। अभ्यर्थियों ने इस परिणाम को स्वीकार नहीं किया और गड़बड़ी का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि इन अभ्यर्थियों ने परीक्षा फॉर्म पर हिंदी में हस्ताक्षर किये और प्रश्नपत्र का उत्तर अंग्रेजी में दिया.  यह परीक्षा मध्य प्रदेश कार्मिक चयन बोर्ड द्वारा आयोजित की जाती है, जिसे पहले व्यावसायिक परीक्षा मंडल या व्यावसायिक परीक्षा मंडल के नाम से भी जाना जाता था। विवरण और अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नज़र रखें।

हंगामे के बाद मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एमपी पटवारी भर्ती पर रोक लगा दी है. हाल ही में इस परीक्षा का रिजल्ट घोषित हुआ है और तभी से अभ्यर्थी कह रहे हैं कि इस परीक्षा में घोटाला हुआ है. दरअसल मामला यह है कि 30 जून को मध्य प्रदेश कार्मिक चयन बोर्ड ने एमपी पटवारी भर्ती परीक्षा 2023 का परिणाम घोषित कर दिया। इन नतीजों में दस टॉपर्स में से सात एक ही सेंटर से हैं. यह जानकारी सामने आने के बाद अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए और भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर संदेह जताया. मामला बढ़ने पर इस पर रोक लगा दी गई है.

क्या लिखा है ट्वीट में
व्यापमं घोटाले के आरोप पर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि कर्मचारी चयन बोर्ड ने ग्रुप-2, सब-ग्रुप-4 और पटवारी भर्ती परीक्षा पर सवाल उठाए हैं. मैं इस परीक्षा के आधार पर होने वाली नियुक्तियों पर रोक लगाता हूं. इस सेंटर का रिजल्ट दोबारा जांचा जाएगा.

इस सेंटर के अभ्यर्थी टॉपर बनें
एमपी पटवारी भर्ती परीक्षा परिणाम 2023 30 जून को जारी किया गया था। ये नतीजे ग्रुप दो और सब-ग्रुप चार के लिए घोषित किए गए। आधिकारिक सूची के अनुसार, एमपी पटवारी परीक्षा के शीर्ष दस टॉपर्स में से सात टॉपर्स एनआरआई कॉलेज, ग्वालियर से हैं। अभ्यर्थियों ने इस परिणाम को स्वीकार नहीं किया और गड़बड़ी का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि इन अभ्यर्थियों ने परीक्षा फॉर्म पर हिंदी में हस्ताक्षर किये और प्रश्नपत्र का उत्तर अंग्रेजी में दिया.

यह परीक्षा मध्य प्रदेश कार्मिक चयन बोर्ड द्वारा आयोजित की जाती है, जिसे पहले व्यावसायिक परीक्षा मंडल या व्यावसायिक परीक्षा मंडल के नाम से भी जाना जाता था। विवरण और अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नज़र रखें।