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जामिया मिल्लिया इस्लामिया की एमबीए प्रवेश परीक्षा में पुराने सालों के सवालों का इस्तेमाल! विवाद क्या है?

जामिया मिल्लिया इस्लामिया द्वारा आयोजित पिछली परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों को लेकर आरोप सामने आए हैं। शिकायतकर्ता शमशेर आलम ने संस्थान के परीक्षा नियंत्रक को पत्र लिखकर मामले की जांच करने का आग्रह किया है।
 
 
जामिया मिल्लिया इस्लामिया की एमबीए प्रवेश परीक्षा में पुराने सालों के सवालों का इस्तेमाल! विवाद क्या है?

जामिया मिल्लिया इस्लामिया द्वारा आयोजित पिछली परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों को लेकर आरोप सामने आए हैं। शिकायतकर्ता शमशेर आलम ने संस्थान के परीक्षा नियंत्रक को पत्र लिखकर मामले की जांच करने का आग्रह किया है।
Jamia Millia Islamia Accused of Using Questions from Past Years in MBA Entrance Exam: What's the Issue?

आरोप का सारांश

शिकायतकर्ता का दावा है कि जामिया मिलिया इस्लामिया द्वारा 2024 में आयोजित एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा में पिछले वर्षों के प्रश्न इस्तेमाल किए गए थे। परीक्षा में 170 प्रश्नों में से 152 पिछले कैट परीक्षा के प्रश्नपत्रों से सीधे कॉपी किए गए थे। यह भी आरोप है कि न केवल ये प्रश्न कॉपी किए गए थे, बल्कि कुछ में कोई बदलाव भी नहीं किया गया था।

अपील और जांच

शिकायतकर्ता ने पत्र में कहा है कि जामिया मिलिया इस्लामिया द्वारा परीक्षा आयोजित करने के पीछे के उद्देश्य को समझा जाना चाहिए। उनका तर्क है कि यह घटना परीक्षा प्रणाली की ईमानदारी और निष्पक्षता पर सवाल उठाती है। ऐसी घटनाओं से संस्थान की छवि भी खराब होती है।

निष्कर्ष

मामले में उल्लेखित एक अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा चल रही है, उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। परीक्षा प्रणाली में सुधार लाने और छात्रों का विश्वास बनाए रखने के लिए इस घटना की गहन जांच जरूरी है।

जामिया मिलिया इस्लामिया के खिलाफ आरोप: परीक्षा प्रशासन की आलोचना

जामिया मिलिया इस्लामिया की पिछली प्रवेश परीक्षाओं में उठाए गए सवालों को लेकर आलोचना हो रही है। शिकायतकर्ता शमशेर आलम ने प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर इस मामले की जांच की मांग की है।

मुख्य मुद्दा

शिकायतकर्ता का आरोप है कि जामिया मिलिया इस्लामिया ने इस साल की प्रवेश परीक्षा में पिछले सालों के प्रश्नपत्रों का इस्तेमाल किया। उनका दावा है कि परीक्षा में पूछे गए 170 प्रश्नों में से 152 प्रश्न पिछले सालों के प्रश्नपत्रों से कॉपी किए गए थे।

आलोचना और प्रस्तावित कार्रवाई

शिकायतकर्ता ने सुझाव दिया है कि जामिया मिलिया इस्लामिया को इस मामले को सुलझाने के लिए सुधारात्मक कार्रवाई करनी चाहिए और परीक्षा प्रणाली में सुधार करना चाहिए। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से इस मामले की गहन जांच करने का आग्रह किया है।