Logo Naukrinama

इसरो सोलर मिशन Aditya L-1 के डायरेक्टर ने दिए बच्चों के पालने के ये महत्वपूर्ण संदेश

इसरो (ISRO) ने दुनिया भर में अपने मिशनों के साथ अपना नाम कमाया है, और इसकी चर्चा अब भी बढ़ती जा रही है। चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग के बाद, ISRO ने भारत के पहले सौर मिशन, Aditya L-1 (आदित्य एल-1), को सूर्य की ओर भेजा है। आइए, इस सोलर मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, Nigar Shaji, की कहानी के बारे में जानते हैं और उनके बच्चों को पालने के महत्वपूर्ण संदेशों को समझते हैं।

 
इसरो (ISRO) ने दुनिया भर में अपने मिशनों के साथ अपना नाम कमाया है, और इसकी चर्चा अब भी बढ़ती जा रही है। चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग के बाद, ISRO ने भारत के पहले सौर मिशन, Aditya L-1 (आदित्य एल-1), को सूर्य की ओर भेजा है। आइए, इस सोलर मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, Nigar Shaji, की कहानी के बारे में जानते हैं और उनके बच्चों को पालने के महत्वपूर्ण संदेशों को समझते हैं।

इसरो (ISRO) ने दुनिया भर में अपने मिशनों के साथ अपना नाम कमाया है, और इसकी चर्चा अब भी बढ़ती जा रही है। चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग के बाद, ISRO ने भारत के पहले सौर मिशन, Aditya L-1 (आदित्य एल-1), को सूर्य की ओर भेजा है। आइए, इस सोलर मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, Nigar Shaji, की कहानी के बारे में जानते हैं और उनके बच्चों को पालने के महत्वपूर्ण संदेशों को समझते हैं।
इसरो सोलर मिशन Aditya L-1 के डायरेक्टर ने दिए बच्चों के पालने के ये महत्वपूर्ण संदेश 

1. शिक्षा का महत्व - वह टॉपर बच्ची: निगार शाजी, जो TENKASI के गर्वमेंट गर्ल्स हाई स्कूल से पढ़ी हैं, ने अपने शिक्षा में उच्चतम स्तर तक पहुँचने का संकल्प बनाया। वे 10वीं और 12वीं में डिस्ट्रिक्ट टॉपर रहीं और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हो गईं। उन्होंने अपनी पढ़ाई में हमेशा ही प्रतिष्ठान बनाया।

2. प्रारंभिक करियर चुनौतियाँ: निगार शाजी ने स्कूल के बाद मेडिसिन में दाखिला लिया, लेकिन बाद में उन्होंने करियर का नया दिशा चुना और इंजीनियरिंग साइंस में अपना मार्ग बनाया। इससे हमें यह सिखने को मिलता है कि करियर की शुरुआत में चुनौतियों का सामना करना आम बात है, लेकिन महत्वपूर्ण है कि हम अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहें।

3. बच्चों को पालने का महत्वपूर्ण संदेश: निगार शाजी के अनुसार, बच्चों को सिर्फ ऐश-ओ-आराम देने के बजाय, हमें उन्हें जीवन के सभी पहलुओं का अनुभव करने का मौका देना चाहिए। उन्होंने बच्चों को जीवन की मेहनत और समझदारी का महत्व सिखाने की सलाह दी।

4. साथी और मां का साथ: निगार शाजी खुद एक मां हैं और उनके पति भी एक MNC में काम करते हैं। इससे हमें यह सिखने को मिलता है कि बच्चों की पालने में साथी और मां का साथ रहने का महत्व है, जिससे वे समय के साथ समझदार और साहसी बनते जाते हैं।

5. सामाजिक जिम्मेदारी: निगार शाजी ने अपने बच्चों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने के लिए उन्हें बड़े होने के बावजूद कार और ड्राइवर की जगह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करने की सलाह दी। इससे वे सामाजिक जिम्मेदारी का महत्व समझते हैं और अपने साथी लोगों का सम्मान करते हैं।

6. संघर्ष से सफलता की ओर: निगार शाजी की कहानी हमें यह सिखाती है कि संघर्ष और मेहनत से ही हम सफलता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने अपने करियर को सतीश धवन स्पेस सेंटर से शुरू किया और आदित्य L1 प्रोजेक्ट पर काम करने का सपना पूरा किया।

7. इसरो में काम करने का सफर: निगार शाजी ने ISRO के साथ 1987 से काम करना शुरू किया और अपने सारे करियर को इसरो में गुजारा। उन्होंने हमें यह दिखाया कि इसरो जैसे महान संगठन में काम करना एक सपना हो सकता है।
इसरो सोलर मिशन Aditya L-1 के डायरेक्टर ने दिए बच्चों के पालने के ये महत्वपूर्ण संदेश 

निगार शाजी की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर हम अपने बच्चों को सही दिशा में गाइड करें और उन्हें समझाएं कि मेहनत और समझदारी से सफलता हासिल की जा सकती है, तो वे किसी भी क्षेत्र में अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। निगार शाजी की यह कहानी हमें प्रेरित करती है कि हमें अपने बच्चों के साथ उनके सफल होने के सपने देखने में सहायक बनना चाहिए।