हाइब्रिड रॉकेट से बच्चों के बनाए 150 सैटेलाइट छोड़े
एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन 2023 के तहत देशभर के स्कूली बच्चों द्वारा बनाए गए कुल 150 उपग्रहों (सैटेलाइट्स) को रविवार को तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले में लॉन्च किया गया।
Feb 20, 2023, 18:37 IST
![चेन्नई, 19 फरवरी (आईएएनएस)| एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन 2023 के तहत देशभर के स्कूली बच्चों द्वारा बनाए गए कुल 150 उपग्रहों (सैटेलाइट्स) को रविवार को तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले में लॉन्च किया गया। पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने चेंगलपट्टू जिले के पट्टीपोलम गांव में उपग्रहों को लॉन्च किया। मिशन एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन, कल्पकम परमाणु अनुसंधान केंद्र, मार्टिन फाउंडेशन और भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के बीच एक संयुक्त उद्यम (वेंचर) का एक हिस्सा है। एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन ने एक बयान में कहा, "देश के विभिन्न स्कूलों के लगभग 3,500 छात्र इस प्रोजेक्ट का हिस्सा थे।" मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रोजेक्ट में भाग लेने वाले छात्रों में तमिलनाडु और पुडुचेरी के मछुआरा समुदाय के 200 छात्र, आदिवासी क्षेत्रों के 100 छात्र शामिल हैं। स्पेस जोन के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आनंद मेगालिंगम ने कहा, "छात्रों ने तकनीक को आसानी से समझ लिया और उन्हें नई तकनीकों को सीखने की उनकी क्षमता के लिए प्रशंसा की आवश्यकता है। छात्रों ने इसे हासिल करने के लिए अथक परिश्रम किया है।"](https://hindi.naukrinama.com/static/c1e/client/99589/uploaded/715d2b6c39b604db6f160b656e002305.jpg?width=968&height=550&resizemode=4)
चेन्नई, 20 फरवरी - एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन 2023 के तहत देशभर के स्कूली बच्चों द्वारा बनाए गए कुल 150 उपग्रहों (सैटेलाइट्स) को रविवार को तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले में लॉन्च किया गया। पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने चेंगलपट्टू जिले के पट्टीपोलम गांव में उपग्रहों को लॉन्च किया। मिशन एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन, कल्पकम परमाणु अनुसंधान केंद्र, मार्टिन फाउंडेशन और भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के बीच एक संयुक्त उद्यम (वेंचर) का एक हिस्सा है। एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन ने एक बयान में कहा, "देश के विभिन्न स्कूलों के लगभग 3,500 छात्र इस प्रोजेक्ट का हिस्सा थे।"
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रोजेक्ट में भाग लेने वाले छात्रों में तमिलनाडु और पुडुचेरी के मछुआरा समुदाय के 200 छात्र, आदिवासी क्षेत्रों के 100 छात्र शामिल हैं।
स्पेस जोन के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आनंद मेगालिंगम ने कहा, "छात्रों ने तकनीक को आसानी से समझ लिया और उन्हें नई तकनीकों को सीखने की उनकी क्षमता के लिए प्रशंसा की आवश्यकता है। छात्रों ने इसे हासिल करने के लिए अथक परिश्रम किया है।"
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रोजेक्ट में भाग लेने वाले छात्रों में तमिलनाडु और पुडुचेरी के मछुआरा समुदाय के 200 छात्र, आदिवासी क्षेत्रों के 100 छात्र शामिल हैं।
स्पेस जोन के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आनंद मेगालिंगम ने कहा, "छात्रों ने तकनीक को आसानी से समझ लिया और उन्हें नई तकनीकों को सीखने की उनकी क्षमता के लिए प्रशंसा की आवश्यकता है। छात्रों ने इसे हासिल करने के लिए अथक परिश्रम किया है।"