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स्थापित होगा विद्या समीक्षा केंद्र, शिक्षा विभाग ने की तैयारी

उत्तराखंड में शिक्षा के स्तर ओर शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने एक और पहल की है। शिक्षा विभाग ने अब राज्य में विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है जो प्रदेश के स्कूलों, हजारों शिक्षकों, और लाखों बच्चों का हर साल का रिकॉर्ड तैयार करेगा
 
देहरादून, 16 फरवरी (आईएएनएस)| उत्तराखंड में शिक्षा के स्तर ओर शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने एक और पहल की है। शिक्षा विभाग ने अब राज्य में विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है जो प्रदेश के स्कूलों, हजारों शिक्षकों, और लाखों बच्चों का हर साल का रिकॉर्ड तैयार करेगा। साथ ही इसके जरिए हर विद्यालय से लेकर निदेशालय स्तर तक की मॉनिटरिंग की जा सकेगी। विद्या समीक्षा केंद्र में शिक्षा विभाग से जुड़े हर शख्स और व्यवस्था का रिकॉर्ड रहेगा। अफसर जहां होंगे वहीं से 16 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों, 17 लाख से ज्यादा छात्रों और 60 हजार से ज्यादा शिक्षकों की जानकारी एक क्लिक में हासिल कर लेंगे।  वहीं राज्य में 60 हजार से ज्यादा शिक्षकों की परफॉर्मेंस का लेखा-जोखा भी शिक्षा विभाग के पास रहेगा। यानी शिक्षा विभाग प्रत्येक रिकॉर्ड के साथ शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए काम करने की स्थिति में होगा। अगले महीने 27 मार्च से शिक्षा विभाग विद्या समीक्षा केंद्र की शुरूवात करने जा रहा है। जिसके बाद शिक्षा की पूरी व्यवस्थाएं प्रदेश में ऑनलाइन हो जाएंगी।  इस केंद्र के जरिए विभाग में पत्राचार भी पूरी तरह ऑनलाइन हो सकेगा। इसमें छात्रों के मूल्यांकन से लेकर शिक्षकों के स्थानांतरण तक की भी पूरी सूचनाएं उपलब्ध होंगी। शिक्षा विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि, विद्या समीक्षा केंद्र की स्थापना के साथ ही राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता एक नए स्तर पर पहुंच जाएगी। इसका लाभ राज्य में आने वाले समय में दिखाई देगा।  वैसे उत्तराखंड पहला राज्य नहीं है जहां पर विद्या सुरक्षा केंद्र व्यवस्था शुरू होने जा रही है। इससे पहले केरल और गुजरात जैसे राज्य भी इसे अपना चुके हैं।
देहरादून, 16 फरवरी - उत्तराखंड में शिक्षा के स्तर ओर शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने एक और पहल की है। शिक्षा विभाग ने अब राज्य में विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया है जो प्रदेश के स्कूलों, हजारों शिक्षकों, और लाखों बच्चों का हर साल का रिकॉर्ड तैयार करेगा। साथ ही इसके जरिए हर विद्यालय से लेकर निदेशालय स्तर तक की मॉनिटरिंग की जा सकेगी। विद्या समीक्षा केंद्र में शिक्षा विभाग से जुड़े हर शख्स और व्यवस्था का रिकॉर्ड रहेगा। अफसर जहां होंगे वहीं से 16 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों, 17 लाख से ज्यादा छात्रों और 60 हजार से ज्यादा शिक्षकों की जानकारी एक क्लिक में हासिल कर लेंगे।

वहीं राज्य में 60 हजार से ज्यादा शिक्षकों की परफॉर्मेंस का लेखा-जोखा भी शिक्षा विभाग के पास रहेगा। यानी शिक्षा विभाग प्रत्येक रिकॉर्ड के साथ शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए काम करने की स्थिति में होगा। अगले महीने 27 मार्च से शिक्षा विभाग विद्या समीक्षा केंद्र की शुरूवात करने जा रहा है। जिसके बाद शिक्षा की पूरी व्यवस्थाएं प्रदेश में ऑनलाइन हो जाएंगी।

इस केंद्र के जरिए विभाग में पत्राचार भी पूरी तरह ऑनलाइन हो सकेगा। इसमें छात्रों के मूल्यांकन से लेकर शिक्षकों के स्थानांतरण तक की भी पूरी सूचनाएं उपलब्ध होंगी। शिक्षा विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि, विद्या समीक्षा केंद्र की स्थापना के साथ ही राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता एक नए स्तर पर पहुंच जाएगी। इसका लाभ राज्य में आने वाले समय में दिखाई देगा।

वैसे उत्तराखंड पहला राज्य नहीं है जहां पर विद्या सुरक्षा केंद्र व्यवस्था शुरू होने जा रही है। इससे पहले केरल और गुजरात जैसे राज्य भी इसे अपना चुके हैं।