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अध्यात्म के रंग में रंग जाएगी अयोध्या नगरी

आध्यात्मिक शहर के रूप में अयोध्या की पहचान और मजबूत होगी। प्रवेश द्वारों, फ्लाईओवर और निजी तथा सरकारी इमारतों की दीवारों को आध्यात्मिक थीम वाले चित्रों से रंगा जाएगा।
 
अयोध्या 10 मई (आईएएनएस)| आध्यात्मिक शहर के रूप में अयोध्या की पहचान और मजबूत होगी। प्रवेश द्वारों, फ्लाईओवर और निजी तथा सरकारी इमारतों की दीवारों को आध्यात्मिक थीम वाले चित्रों से रंगा जाएगा। अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) ने मंदिरों के इस शहर के प्रमुख मार्गो के डिजाइन, आर्ट वर्क और कांसेप्ट तैयार करने के लिए छात्रों तथा आम लोगों के लिए प्रतियोगिता की घोषणा की है।  अधिकारियों ने कहा कि प्रविष्टियां प्राप्त होने के बाद सर्वश्रेष्ठ डिजाइन और कला कार्यों को छांटने और चुनने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।  एडीए के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने कहा, रामायण, भगवान राम के जीवन और अयोध्या (यूपी) के इतिहास के ओवरऑल थीम पर आधारित भित्ति चित्र, मूर्तियां, प्रवेश द्वारों की सजावट और अन्य तत्वों की योजना बनाई जा रही है, जिसमें आधुनिक कलात्मक तकनीक और शैलियों का समावेश किया जाएगा।  विजेताओं को प्रमाणपत्र के साथ 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।  अगले साल राम मंदिर के तैयार होने के बाद शहर की चार प्रमुख सड़कों पर चलने वाले पैदल तथा अन्य यात्रियों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए प्राधिकरण शहर को पूरी तरह से नया रूप देना चाहता है।  राम पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ और धर्म पथ पर प्रवेश द्वारों के नियंत्रण दिशानिर्देश भी लागू किए जा रहे हैं। इनकी इमारतों, दुकानों और अन्य संरचनाओं की बाहरी दीवारों का लुक और फील एक जैसा होगा।  चारों मार्गो की न्यूनतम चौड़ाई 12 मीटर होगी।  आने वाले वर्षों में इन चार मार्गों से पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की बड़ी आवाजाही होने की उम्मीद है। इन पर दीवार भित्ति चित्र और आर्ट वर्क पूरा होने के बाद प्रवेश द्वारों की लाइटिंग और साजावटी कार्य भी किए जाएंगे।
अयोध्या 10 मई -  आध्यात्मिक शहर के रूप में अयोध्या की पहचान और मजबूत होगी। प्रवेश द्वारों, फ्लाईओवर और निजी तथा सरकारी इमारतों की दीवारों को आध्यात्मिक थीम वाले चित्रों से रंगा जाएगा। अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) ने मंदिरों के इस शहर के प्रमुख मार्गो के डिजाइन, आर्ट वर्क और कांसेप्ट तैयार करने के लिए छात्रों तथा आम लोगों के लिए प्रतियोगिता की घोषणा की है।

अधिकारियों ने कहा कि प्रविष्टियां प्राप्त होने के बाद सर्वश्रेष्ठ डिजाइन और कला कार्यों को छांटने और चुनने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

एडीए के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने कहा, रामायण, भगवान राम के जीवन और अयोध्या (यूपी) के इतिहास के ओवरऑल थीम पर आधारित भित्ति चित्र, मूर्तियां, प्रवेश द्वारों की सजावट और अन्य तत्वों की योजना बनाई जा रही है, जिसमें आधुनिक कलात्मक तकनीक और शैलियों का समावेश किया जाएगा।

विजेताओं को प्रमाणपत्र के साथ 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

अगले साल राम मंदिर के तैयार होने के बाद शहर की चार प्रमुख सड़कों पर चलने वाले पैदल तथा अन्य यात्रियों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए प्राधिकरण शहर को पूरी तरह से नया रूप देना चाहता है।

राम पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ और धर्म पथ पर प्रवेश द्वारों के नियंत्रण दिशानिर्देश भी लागू किए जा रहे हैं। इनकी इमारतों, दुकानों और अन्य संरचनाओं की बाहरी दीवारों का लुक और फील एक जैसा होगा।

चारों मार्गो की न्यूनतम चौड़ाई 12 मीटर होगी।

आने वाले वर्षों में इन चार मार्गों से पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की बड़ी आवाजाही होने की उम्मीद है। इन पर दीवार भित्ति चित्र और आर्ट वर्क पूरा होने के बाद प्रवेश द्वारों की लाइटिंग और साजावटी कार्य भी किए जाएंगे।