मैकेनिकल इंजीनियरिंग के बाद इन टॉप कोर्सेस के साथ अपने करियर को दें नई ऊंचाई, अभी जानिए इस लेख में
मैकेनिकल इंजीनियरिंग वह शाखा है जिसमें मशीनों, वाहनों और उनके उपकरणों या कलपुर्छों के डिज़ाइन, निर्माण और प्रयोग से संबंधित पढ़ाई और जानकारी दी जाती है। इस क्षेत्र में (AC) एयर-कंडीशनर से लेकर फ्रिज तक, कार से लेकर हवाई जहाज तक और ऑटोमोबाइल से लेकर के सभी कलपुर्छों आदि के बारे में पूर्ण जानकारी बताई जाती है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के बाद कई विभिन्न कोर्स हैं जो करियर के लिए बेस्ट हैं।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग वह शाखा है जिसमें मशीनों, वाहनों और उनके उपकरणों या कलपुर्छों के डिज़ाइन, निर्माण और प्रयोग से संबंधित पढ़ाई और जानकारी दी जाती है। इस क्षेत्र में (AC) एयर-कंडीशनर से लेकर फ्रिज तक, कार से लेकर हवाई जहाज तक और ऑटोमोबाइल से लेकर के सभी कलपुर्छों आदि के बारे में पूर्ण जानकारी बताई जाती है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के बाद कई विभिन्न कोर्स हैं जो करियर के लिए बेस्ट हैं।
1. सप्लाई चेन मैनेजमेंट (Supply Chain Management):
- कोर्स विवरण: सप्लाई चेन मैनेजमेंट (SCM) एक डिप्लोमा कोर्स है जिसकी फीस 30,000 से 1 लाख तक होती है।
- करियर संभावनाएँ: SCM का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों तक प्रोडक्ट को बिना समस्या के पहुँचाने की प्रक्रिया को अधिक आसान बनाना है।
2. स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग (Structural Engineering):
- कोर्स विवरण: यह पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है जिसके लिए पूरे 2 साल लगते हैं।
- करियर संभावनाएँ: स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग आपको कंसीडरेशन और डिज़ाइन का एनालिसिस, स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी, जनरल सेफ्टी, कंस्ट्रक्शन रिलायबिलिटी, विद स्टैंडिंग सिस्मिक फोर्सेस, और बिल्डिंग फेलियर को समझने और विश्लेषण करने में मदद करता है।
3. प्रोडक्ट डिज़ाइनर (Product Designer):
- कोर्स विवरण: इस कोर्स की अवधि 1 से 4 साल हो सकती है और एक product designer का काम उत्पाद की रूपरेखा, उसकी कार्यप्रणाली, सामग्री, निर्माण प्रक्रिया, और उसके प्रयोग के महत्त्व पर ध्यान केंद्रित करता है।
4. रोबोटिक कोर्स (Robotics Course):
- कोर्स विवरण: यह एक लॉन्गटर्म रिसर्च ओरिएंटेड कोर्स है और भारत में इसकी फीस 70,000 से 2 लाख तक हो सकती है।
- करियर संभावनाएँ: रोबोटिक कोर्स के बाद, आप आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, और एडवांस रोबोटिक्स सिस्टम जैसे क्षेत्रों में शानदार करियर बना सकते हैं।
5. ऊर्जा प्रबंधन (Energy Management):
- कोर्स विवरण: ऊर्जा प्रबंधन की फीस 1 से 4 लाख तक हो सकती है और कोर्स की अवधि 2 साल होती है।
- करियर संभावनाएँ: इस कोर्स के बाद, आपको साल में 7 से 8 लाख तक का पैकेज मिल सकता है, जिसमें ऊर्जा नियंत्रण, संरक्षण, और निरीक्षण के कार्य शामिल हो सकते हैं।
इन कोर्सेस का चयन करके, मैकेनिकल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं और लाखों के पैकेज की ओर बढ़ सकते हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के बाद ये टॉप कोर्सेस आपको अच्छी सैलरी और करियर के साथ सैकड़ों मौकों की ओर ले जा सकते हैं.
- सप्लाई चेन मैनेजमेंट, स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, प्रोडक्ट डिज़ाइनर, रोबोटिक्स, और ऊर्जा प्रबंधन में से किसी एक कोर्स का चयन करें, और अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएं।