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RPSC Exam 2022: बीजेपी सांसद ने की राजस्थान शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग

राजस्थान में वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को जिम्मेदार ठहराते हुए भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मंगलवार को कहा कि आरपीएससी के कर्मचारियों ने आरोपी सुरेश ढाका और भूपेंद्र को 15 दिन पहले पेपर दिया था और इसलिए मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया जाना चाहिए।
 
जयपुर, 27 दिसम्बर (आईएएनएस)| राजस्थान में वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को जिम्मेदार ठहराते हुए भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मंगलवार को कहा कि आरपीएससी के कर्मचारियों ने आरोपी सुरेश ढाका और भूपेंद्र को 15 दिन पहले पेपर दिया था और इसलिए मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया जाना चाहिए। उदयपुर में पेपर लीक होने के तुरंत बाद, इसे जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, अलवर, भरतपुर, दौसा और कोटा में भी छात्रों को पास कर दिया गया। ऐसे में पूरी भर्ती परीक्षा को रद्द कर मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। क्योंकि पेपर लीक मामले में राजस्थान सरकार के कई प्रशासनिक अधिकारी और राजनेता भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो मैं जनता के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ अभियान शुरू करूंगा।  मीणा ने आरोप लगाया कि आरपीएससी के कर्मचारियों ने सुरेश ढाका और उनके सहयोगियों को तीन बार 80-80 (कुल 240) प्रश्नों का एक सेट दिया था। यह स्पष्ट है कि कागज प्रिंटिंग प्रेस से जुड़ा नहीं है। बल्कि आरपीएससी के मॉडरेटर ने पेपर लीक किया है। मेरे पास उस व्यक्ति का भी नाम है, जिसके द्वारा सुरेश और उसके साथियों को पर्चा दिया गया था। लेकिन जांच प्रभावित होने के कारण फिलहाल मैं उनके नाम का खुलासा नहीं कर सकता। लेकिन मैं किसी दोषी को बख्शने वाला नहीं हूं।  उन्होंने कहा, सुरेश ढाका लंबे समय से जयपुर में कोचिंग चला रहा है। इससे पहले भी वह भर्ती परीक्षा में धांधली और पेपर लीक की घटनाओं में शामिल रहा था। लेकिन उसके रसूख के चलते पुलिस प्रशासन ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जिससे उसकी हिम्मत और बढ़ गई। इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ एक पूरा गिरोह तैयार किया जिसमें कई सरकारी कर्मचारी और बेरोजगार युवा शामिल हैं। सुरेश ढाका को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए ताकि असली गिरोह का भंडाफोड़ हो सके।  सांसद मीणा ने कहा कि राजस्थान सरकार के अंतर्गत अब तक 16 भर्ती परीक्षाएं कराई जा चुकी हैं। जिसमें से 10 भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक हो गया है जिससे लाखों युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ गया है ऐसे में इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं सरकार के खिलाफ संघर्ष करूंगा और युवाओं के साथ बड़ा आंदोलन शुरू करूंगा।
जयपुर, 27 दिसम्बर -राजस्थान में वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को जिम्मेदार ठहराते हुए भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मंगलवार को कहा कि आरपीएससी के कर्मचारियों ने आरोपी सुरेश ढाका और भूपेंद्र को 15 दिन पहले पेपर दिया था और इसलिए मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया जाना चाहिए। उदयपुर में पेपर लीक होने के तुरंत बाद, इसे जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, अलवर, भरतपुर, दौसा और कोटा में भी छात्रों को पास कर दिया गया। ऐसे में पूरी भर्ती परीक्षा को रद्द कर मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। क्योंकि पेपर लीक मामले में राजस्थान सरकार के कई प्रशासनिक अधिकारी और राजनेता भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो मैं जनता के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ अभियान शुरू करूंगा।

मीणा ने आरोप लगाया कि आरपीएससी के कर्मचारियों ने सुरेश ढाका और उनके सहयोगियों को तीन बार 80-80 (कुल 240) प्रश्नों का एक सेट दिया था। यह स्पष्ट है कि कागज प्रिंटिंग प्रेस से जुड़ा नहीं है। बल्कि आरपीएससी के मॉडरेटर ने पेपर लीक किया है। मेरे पास उस व्यक्ति का भी नाम है, जिसके द्वारा सुरेश और उसके साथियों को पर्चा दिया गया था। लेकिन जांच प्रभावित होने के कारण फिलहाल मैं उनके नाम का खुलासा नहीं कर सकता। लेकिन मैं किसी दोषी को बख्शने वाला नहीं हूं।

उन्होंने कहा, सुरेश ढाका लंबे समय से जयपुर में कोचिंग चला रहा है। इससे पहले भी वह भर्ती परीक्षा में धांधली और पेपर लीक की घटनाओं में शामिल रहा था। लेकिन उसके रसूख के चलते पुलिस प्रशासन ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जिससे उसकी हिम्मत और बढ़ गई। इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ एक पूरा गिरोह तैयार किया जिसमें कई सरकारी कर्मचारी और बेरोजगार युवा शामिल हैं। सुरेश ढाका को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए ताकि असली गिरोह का भंडाफोड़ हो सके।

सांसद मीणा ने कहा कि राजस्थान सरकार के अंतर्गत अब तक 16 भर्ती परीक्षाएं कराई जा चुकी हैं। जिसमें से 10 भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक हो गया है जिससे लाखों युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ गया है ऐसे में इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं सरकार के खिलाफ संघर्ष करूंगा और युवाओं के साथ बड़ा आंदोलन शुरू करूंगा।