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उत्तराखंड के सभी स्कूलों में मास्क हुआ अनिवार्य, आदेश हुए जारी

उत्तराखंड में एक बार फिर मास्क की वापसी हो गई है, कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए उत्तराखंड के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। सेनेटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग का भी पालन करना होगा। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।
 
 
देहरादून, 29 दिसम्बर (आईएएनएस)| उत्तराखंड में एक बार फिर मास्क की वापसी हो गई है, कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए उत्तराखंड के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। सेनेटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग का भी पालन करना होगा। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।  दरअसल, बुधवार को शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए आदेश किए हैं। जारी आदेश में कहा गया है कि छात्रों, शिक्षकों और अन्य सभी कर्मचारियों को स्कूल में अनिवार्य मास्क लगाकर आना होगा। इस सभी निजी और सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूल में हर कर्मचारी, शिक्षक व बच्चों को मास्क पहनकर आना होगा।  बिना मास्क के किसी को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जितना हो सके सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करवा जाए। आदेश में ये भी कहा गया है कि कोविड को लेकर फिर से स्कूलों में जागरुकता अभियान व्यापक स्तर पर चलाए जाएं। ताकि कोविड के आने वाले खतरे को पहले ही टाला जा सके।
देहरादून, 29 दिसम्बर -उत्तराखंड में एक बार फिर मास्क की वापसी हो गई है, कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए उत्तराखंड के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। सेनेटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग का भी पालन करना होगा। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।

दरअसल, बुधवार को शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए आदेश किए हैं। जारी आदेश में कहा गया है कि छात्रों, शिक्षकों और अन्य सभी कर्मचारियों को स्कूल में अनिवार्य मास्क लगाकर आना होगा। इस सभी निजी और सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूल में हर कर्मचारी, शिक्षक व बच्चों को मास्क पहनकर आना होगा।

बिना मास्क के किसी को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जितना हो सके सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करवा जाए। आदेश में ये भी कहा गया है कि कोविड को लेकर फिर से स्कूलों में जागरुकता अभियान व्यापक स्तर पर चलाए जाएं। ताकि कोविड के आने वाले खतरे को पहले ही टाला जा सके।