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कर्नाटक सियासत: कर्नाटक यूनिवर्सिटी की रिसर्च स्कॉलर ने फैकल्टी मेंबर पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप

कर्नाटक के बेल्लारी जिले में विजयनगर श्री कृष्णदेवराय (वीएसके) विश्वविद्यालय ने मंगलवार को सहायक प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीड़न की एक महिला रिसर्च स्कॉलर की शिकायत की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है कुलपति प्रो एससी पाटिल ने कहा कि उन्हें यौन उत्पीड़न की शिकायत मिली है और कानून के अनुसार आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि समिति ने दो दिनों तक पूछताछ की, लेकिन मामले के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।
 
कर्नाटक के बेल्लारी जिले में विजयनगर श्री कृष्णदेवराय (वीएसके) विश्वविद्यालय ने मंगलवार को सहायक प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीड़न की एक महिला रिसर्च स्कॉलर की शिकायत की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है कुलपति प्रो एससी पाटिल ने कहा कि उन्हें यौन उत्पीड़न की शिकायत मिली है और कानून के अनुसार आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि समिति ने दो दिनों तक पूछताछ की, लेकिन मामले के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।
बेल्लारी, 15 नवंबर - कर्नाटक के बेल्लारी जिले में विजयनगर श्री कृष्णदेवराय (वीएसके) विश्वविद्यालय ने मंगलवार को सहायक प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीड़न की एक महिला रिसर्च स्कॉलर की शिकायत की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है कुलपति प्रो एससी पाटिल ने कहा कि उन्हें यौन उत्पीड़न की शिकायत मिली है और कानून के अनुसार आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि समिति ने दो दिनों तक पूछताछ की, लेकिन मामले के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।

सूत्रों के मुताबिक, रिसर्च स्कॉलर ने आरोपी सहायक प्रोफेसर के यौन शोषण और बदसलूकी के सबूत दिए थे। उसने शिकायत के साथ व्हाट्सएप चैट और फोन कॉल विवरण भी जमा किया। सूत्र ने यह भी कहा कि महिला पर समझौता करने के लिए दबाव डाला गया, लेकिन उसने कुलपति को अपनी शिकायत सौंप दी।

पीड़िता ने पहले एक अन्य सीनियर लेक्च रर के साथ रिसर्च कार्य किया था। हालांकि, बाद में उसने गाइड बदल दी और आरोपी के साथ अपना रिसर्च शुरु किया। गाइड में बदलाव के कारणों का पता नहीं चल पाया है। विश्वविद्यालय ने एक समिति बनाई है जिसमें सिंडिकेट सदस्य पद्मा विट्टल, सामाजिक कार्य प्रोफेसर पवित्रा और गौरी माणिक मानसा और कानूनी अधिकारी जुबैर शामिल हैं।

कमेटी ने पीड़िता और आरोपितों के बयान दर्ज किए हैं। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर विश्वविद्यालय आगे की कार्रवाई करेगा।