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कर्नाटक में सभी पीयू साइंस कॉलेजों में सहायता केंद्र स्थापित होंगे

 कर्नाटक के सभी प्री-यूनिवर्सिटी साइंस कॉलेजों में सहायता केंद्र स्थापित किए जाएंगे ताकि छात्रों को बिना गलती के सीईटी आवेदन भरना सिखाया जा सके। उच्च शिक्षा मंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
 
 कर्नाटक के सभी प्री-यूनिवर्सिटी साइंस कॉलेजों में सहायता केंद्र स्थापित किए जाएंगे ताकि छात्रों को बिना गलती के सीईटी आवेदन भरना सिखाया जा सके। उच्च शिक्षा मंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

बेंगलुरू, 26 नवंबर -  कर्नाटक के सभी प्री-यूनिवर्सिटी साइंस कॉलेजों में सहायता केंद्र स्थापित किए जाएंगे ताकि छात्रों को बिना गलती के सीईटी आवेदन भरना सिखाया जा सके। उच्च शिक्षा मंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। बैठक के बाद प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश ने कहा: बैठक में कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (केईए) के साथ एसएसएलसी स्तर पर उपलब्ध स्टूडेंट अचीवमेंट ट्रैकिंग सिस्टम (एसएटीएस) को एकीकृत करने के बारे में चर्चा की गई।

उन्होंने कहा- केईए आवश्यक जानकारी के बारे में सूचित करेगा और दो विभाग छात्रों के सामने आने वाली समस्याओं के स्थायी समाधान का पता लगाने के लिए समन्वय में काम करेंगे। वर्तमान में, कई छात्र आरडी नंबर, पिता का नाम, जाति की जानकारी आदि का उल्लेख करते समय गलतियां कर रहे हैं। गलतियों को सुधारने के लिए अतिरिक्त समय देना वर्षों से एक अभ्यास बन गया है। हालांकि, इससे पूरे के संचालन में अनावश्यक देरी हो रही है। इससे बचने के लिए छात्रों को बिना गलती के सीईटी आवेदन भरना सिखाया जाएगा।

नारायण ने कहा- प्रत्येक महाविद्यालय में प्रत्येक 100 विद्यार्थियों पर एक पुरूष एवं एक महिला समन्वयक की नियुक्ति की जायेगी। इसके अलावा, 4 मास्टर ट्रेनर को जिला केंद्र में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि समन्वयकों को केईए द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा और मास्टर प्रशिक्षकों को प्राधिकरण द्वारा विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा।

छात्रों को चार चरणों में आवेदन भरना सिखाया जाएगा। इसमें आवश्यक जानकारी, आरक्षण के बारे में विवरण, आरडी संख्या, शैक्षिक योग्यता आदि प्रदान करना शामिल है। उन्होंने बताया कि सीईटी आवेदन भरने के लिए आवश्यक सभी जानकारी छात्रों को फरवरी माह तक दी जाएगी।