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दिल्ली सरकार के 12 कॉलेजों को दीपावली से पूर्व ग्रांट का तोहफा

 
दिल्ली के 12 कॉलेज आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। हालांकि अब त्योहारी सीजन से ठीक पहले, दिल्ली विश्वविद्यालय के इन कॉलेजों का आर्थिक संकट खत्म होता दिखाई पड़ रहा है। दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित इन सभी 12 कॉलेजों के लिए ग्रांट जारी कर दी है। दिल्ली सरकार द्वारा ग्रांट जारी जाने से यहां इन सभी 12 कॉलेजों में शिक्षकों को सितंबर माह तक का वेतन उपलब्ध हो सका है।  दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले इन कॉलेजों का कहना है कि दिल्ली सरकार ने इन कॉलेजों की देय ग्रांट जारी नहीं की जिसके कारण यह आर्थिक संकट उत्पन्न हुआ था।  जिन कॉलेजों को ग्रांट रिलीज की जा रही हैं उनमें भीमराव अंबेडकर कॉलेज, शहीद राजगुरु कॉलेज ऑफ एप्लाइड साइंस, इंदिरा गांधी फिजिकल एजुकेशन, महाराजा अग्रसेन कॉलेज, भाष्कराचार्य कॉलेज, आचार्य नरेंद देव कॉलेज, महर्षि वाल्मीकि कॉलेज, केशव महाविद्यालय, दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज, भगिनी निवेदिता कॉलेज, अदिति महाविद्यालय, शहीद सुखदेव कॉलेज है। जब इन कॉलेजों के शिक्षकों से बात की तो उन्होंने बताया कि उनकी ग्रांट आ गई है। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार के इन 12 कॉलेजों में 50 से 60 फीसदी एडहॉक टीचर्स, गेस्ट टीचर्स व कंट्रक्च ुअल कर्मचारी है।  दिल्ली सरकार के पूर्ण वित्त पोषित 12 कॉलेजों के एडहॉक शिक्षक, कंट्रक्च ुअल कर्मचारी व गेस्ट टीचर्स इस महीने बहुत से त्यौहार होने के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। इन शिक्षकों और कर्मचारियों में ज्यादातर लोग किराए के मकानों में रहते हैं। अपनी ईएमआई, गाड़ी की किस्त, बच्चों की फीस आदि समय पर न भरने की वजह से इन कॉलेजों के यह कर्मचारी तनाव में थे। हालांकि अब उनकी ग्रांट रिलीज होने पर उन्होंने बताया कि वे सभी लोग खुशी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया है कि पिछले कई महीनों में इन कॉलेजों की ग्रांट रिलीज कराने की मांग को लेकर हर शिक्षक परेशान था कि उनकी ग्रांट कब आएगी।  वहीं इस महत्वपूर्ण विषय पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय शिक्षक संगठन एएडीटीए के पदाधिकारी प्रोफेसर एन के पाण्डेय, प्रोफेसर मनोज कुमार सिंह, पूर्व एकेडमिक काउंसिल मेंबर डॉ. हंसराज सुमन दिल्ली सरकार के कॉलेजों की सैलरी व ग्रांट रिलीज कराने की मांग को लेकर दिल्ली के केबिनेट मंत्री गोपाल राय से मिले थे।  दिल्ली यूनिवर्सिटी की एकेडमिक काउंसिल के पूर्व मेंबर डॉ. हंसराज सुमन ने गोपाल राय से दिल्ली सरकार के 12 कॉलेजों की ग्रांट रिलीज कराने की मांग की थी। गोपाल राय को बताया गया कि पिछले तीन चार महीने से शिक्षकों, कर्मचारियों और इसके अलावा कंट्रक्च ुअल कर्मचारियों को वेतन न मिलने से आर्थिक स्थिति से जूझ रहे हैं। गोपाल राय ने दिल्ली सरकार से बात की, जल्द ही शिक्षकों, कर्मचारियों की सैलरी रिलीज करने का आश्वासन दिया था। आखिर में उन्होंने 12 कॉलेजों की सैलरी सोमवार को रिलीज कर दी। कॉलेज शिक्षकों ने बताया है कि उन्हें सितम्बर माह तक की सैलरी मिल चुकी है।  पूर्व एकेडमिक काउंसिल मेंबर डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि दिल्ली के केबिनेट मंत्री से जब मिले थे तो उन्होंने आश्वासन दिया कि जिन कॉलेजों को पिछले तीन-चार महीने की ग्रांट रिलीज नहीं हुई है वे सरकार के अधिकारियों से बात कर कॉलेजों को सरकार की ओर से ग्रांट रिलीज कराने पर दबाव बनाएंगे और दीपावली से पूर्व ग्रांट रिलीज हो जाएगी। उन्होंने बताया है कि दिल्ली सरकार ने जो ग्रांट रिलीज की वह सितम्बर माह तक की है।
दिल्ली के 12 कॉलेज आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। हालांकि अब त्योहारी सीजन से ठीक पहले, दिल्ली विश्वविद्यालय के इन कॉलेजों का आर्थिक संकट खत्म होता दिखाई पड़ रहा है। दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित इन सभी 12 कॉलेजों के लिए ग्रांट जारी कर दी है। दिल्ली सरकार द्वारा ग्रांट जारी जाने से यहां इन सभी 12 कॉलेजों में शिक्षकों को सितंबर माह तक का वेतन उपलब्ध हो सका है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले इन कॉलेजों का कहना है कि दिल्ली सरकार ने इन कॉलेजों की देय ग्रांट जारी नहीं की जिसके कारण यह आर्थिक संकट उत्पन्न हुआ था।

जिन कॉलेजों को ग्रांट रिलीज की जा रही हैं उनमें भीमराव अंबेडकर कॉलेज, शहीद राजगुरु कॉलेज ऑफ एप्लाइड साइंस, इंदिरा गांधी फिजिकल एजुकेशन, महाराजा अग्रसेन कॉलेज, भाष्कराचार्य कॉलेज, आचार्य नरेंद देव कॉलेज, महर्षि वाल्मीकि कॉलेज, केशव महाविद्यालय, दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज, भगिनी निवेदिता कॉलेज, अदिति महाविद्यालय, शहीद सुखदेव कॉलेज है। जब इन कॉलेजों के शिक्षकों से बात की तो उन्होंने बताया कि उनकी ग्रांट आ गई है। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार के इन 12 कॉलेजों में 50 से 60 फीसदी एडहॉक टीचर्स, गेस्ट टीचर्स व कंट्रक्च ुअल कर्मचारी है।

दिल्ली सरकार के पूर्ण वित्त पोषित 12 कॉलेजों के एडहॉक शिक्षक, कंट्रक्च ुअल कर्मचारी व गेस्ट टीचर्स इस महीने बहुत से त्यौहार होने के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। इन शिक्षकों और कर्मचारियों में ज्यादातर लोग किराए के मकानों में रहते हैं। अपनी ईएमआई, गाड़ी की किस्त, बच्चों की फीस आदि समय पर न भरने की वजह से इन कॉलेजों के यह कर्मचारी तनाव में थे। हालांकि अब उनकी ग्रांट रिलीज होने पर उन्होंने बताया कि वे सभी लोग खुशी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया है कि पिछले कई महीनों में इन कॉलेजों की ग्रांट रिलीज कराने की मांग को लेकर हर शिक्षक परेशान था कि उनकी ग्रांट कब आएगी।

वहीं इस महत्वपूर्ण विषय पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय शिक्षक संगठन एएडीटीए के पदाधिकारी प्रोफेसर एन के पाण्डेय, प्रोफेसर मनोज कुमार सिंह, पूर्व एकेडमिक काउंसिल मेंबर डॉ. हंसराज सुमन दिल्ली सरकार के कॉलेजों की सैलरी व ग्रांट रिलीज कराने की मांग को लेकर दिल्ली के केबिनेट मंत्री गोपाल राय से मिले थे।

दिल्ली यूनिवर्सिटी की एकेडमिक काउंसिल के पूर्व मेंबर डॉ. हंसराज सुमन ने गोपाल राय से दिल्ली सरकार के 12 कॉलेजों की ग्रांट रिलीज कराने की मांग की थी। गोपाल राय को बताया गया कि पिछले तीन चार महीने से शिक्षकों, कर्मचारियों और इसके अलावा कंट्रक्च ुअल कर्मचारियों को वेतन न मिलने से आर्थिक स्थिति से जूझ रहे हैं। गोपाल राय ने दिल्ली सरकार से बात की, जल्द ही शिक्षकों, कर्मचारियों की सैलरी रिलीज करने का आश्वासन दिया था। आखिर में उन्होंने 12 कॉलेजों की सैलरी सोमवार को रिलीज कर दी। कॉलेज शिक्षकों ने बताया है कि उन्हें सितम्बर माह तक की सैलरी मिल चुकी है।

पूर्व एकेडमिक काउंसिल मेंबर डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि दिल्ली के केबिनेट मंत्री से जब मिले थे तो उन्होंने आश्वासन दिया कि जिन कॉलेजों को पिछले तीन-चार महीने की ग्रांट रिलीज नहीं हुई है वे सरकार के अधिकारियों से बात कर कॉलेजों को सरकार की ओर से ग्रांट रिलीज कराने पर दबाव बनाएंगे और दीपावली से पूर्व ग्रांट रिलीज हो जाएगी। उन्होंने बताया है कि दिल्ली सरकार ने जो ग्रांट रिलीज की वह सितम्बर माह तक की है।