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झारखंड के तीन नये सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश की मिली इजाजत

 
नेशनल मेडिकल काउंसिल ने झारखंड के तीन नये मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस के नये सत्र में एडमिशन की इजाजत दे दी है। ये मेडिकल कॉलेज हजारीबाग, पलामू और दुमका में वर्ष 2018 में स्थापित हुए थे। इन्फ्रास्ट्रक्च र और शिक्षकों की कमी के चलते यहां नये सत्र में एडमिशन को लेकर संशय बना हुआ था। अब एनएमसी की मंजूरी के बाद इन तीनों कॉलेजों में वर्ष 2022-23 के सत्र के लिए 100-100 सीटों पर एडमिशन होगा। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में दाखिले के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया 10 अक्टूबर यानी आज से शुरू हो रही है। गौरतलब है कि दुमका स्थित फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज, पलामू स्थित राजा मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज और हजारीबाग स्थित शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में पहली बार वर्ष 2019 में 100-100 सीटों पर दाखिले की इजाजत मिली थी, लेकिन दूसरे वर्ष नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने इन कॉलेजों में इन्फ्रास्ट्रक्च र और शिक्षकों की कमी के चलते एडमिशन पर रोक लगा दी थी। इस सत्र में इन कॉलेजों में कोई एडमिशन नहीं हुआ। पिछले साल यानी 2021 में भी एनएमसी ने एमबीबीएस के नये सत्र में एडमिशन की इजाजत तब दी, जब राज्य सरकार ने इन कमियों को दूर करने के लिए लिखित तौर पर अंडरटेकिंग दी। वर्ष 2022-23 के सत्र के लिए एनएमसी ने सशर्त मंजूरी है। एनएमसी के मेंबर प्रेसिडेंट की ओर से इन कॉलेजों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि मेडिकल एसेसमेंट एंड रेटिंड बोर्ड ने आधारभूत संरचनाओं और कमियों को दुरुस्त करने के लिए कॉलेज की ओर से दिये गये एफिडेविट के आधार पर लगातार दूसरी बार एडमिशन की मंजूरी दी गई है। दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अरुण कुमार चौधरी और पलामू के राजा मेदिना राय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ शैलेंद्र कुमार ने स्वीकार किया कि नये सत्र में एडमिशन के लिए अप्रूवल लेटर प्राप्त हो गया है।  एनएमसी के पत्र के बाद राज्य के सभी छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में एडमिशन और पढ़ाई की राह खुल गयी है। स्वास्थ्य विभाग ने सीटों के ब्योरे के साथ काउंसिलिंग की अनुशंसा झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (जेसीईसीईबी) को भेज दी है।  झारखंड में कुल छह सरकारी मेडिकल कॉलेज और दो निजी मेडिकल कॉलेज हैं, जहां एमबीबीएस की पढ़ाई होती है। सरकारी कॉलेजों में कुल 600 सीटें हैं, जबकि दो निजी कॉलेजों में 250 सीटें हैं। इस तरह राज्य में एमबीबीएस के लिए कुल 850 सीटें हैं।

नेशनल मेडिकल काउंसिल ने झारखंड के तीन नये मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस के नये सत्र में एडमिशन की इजाजत दे दी है। ये मेडिकल कॉलेज हजारीबाग, पलामू और दुमका में वर्ष 2018 में स्थापित हुए थे। इन्फ्रास्ट्रक्च र और शिक्षकों की कमी के चलते यहां नये सत्र में एडमिशन को लेकर संशय बना हुआ था। अब एनएमसी की मंजूरी के बाद इन तीनों कॉलेजों में वर्ष 2022-23 के सत्र के लिए 100-100 सीटों पर एडमिशन होगा। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में दाखिले के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया 10 अक्टूबर यानी आज से शुरू हो रही है।

गौरतलब है कि दुमका स्थित फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज, पलामू स्थित राजा मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज और हजारीबाग स्थित शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में पहली बार वर्ष 2019 में 100-100 सीटों पर दाखिले की इजाजत मिली थी, लेकिन दूसरे वर्ष नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने इन कॉलेजों में इन्फ्रास्ट्रक्च र और शिक्षकों की कमी के चलते एडमिशन पर रोक लगा दी थी। इस सत्र में इन कॉलेजों में कोई एडमिशन नहीं हुआ। पिछले साल यानी 2021 में भी एनएमसी ने एमबीबीएस के नये सत्र में एडमिशन की इजाजत तब दी, जब राज्य सरकार ने इन कमियों को दूर करने के लिए लिखित तौर पर अंडरटेकिंग दी। वर्ष 2022-23 के सत्र के लिए एनएमसी ने सशर्त मंजूरी है।

एनएमसी के मेंबर प्रेसिडेंट की ओर से इन कॉलेजों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि मेडिकल एसेसमेंट एंड रेटिंड बोर्ड ने आधारभूत संरचनाओं और कमियों को दुरुस्त करने के लिए कॉलेज की ओर से दिये गये एफिडेविट के आधार पर लगातार दूसरी बार एडमिशन की मंजूरी दी गई है। दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अरुण कुमार चौधरी और पलामू के राजा मेदिना राय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ शैलेंद्र कुमार ने स्वीकार किया कि नये सत्र में एडमिशन के लिए अप्रूवल लेटर प्राप्त हो गया है।

एनएमसी के पत्र के बाद राज्य के सभी छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में एडमिशन और पढ़ाई की राह खुल गयी है। स्वास्थ्य विभाग ने सीटों के ब्योरे के साथ काउंसिलिंग की अनुशंसा झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (जेसीईसीईबी) को भेज दी है।

झारखंड में कुल छह सरकारी मेडिकल कॉलेज और दो निजी मेडिकल कॉलेज हैं, जहां एमबीबीएस की पढ़ाई होती है। सरकारी कॉलेजों में कुल 600 सीटें हैं, जबकि दो निजी कॉलेजों में 250 सीटें हैं। इस तरह राज्य में एमबीबीएस के लिए कुल 850 सीटें हैं।