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बीमा सखी योजना 2025: महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का नया अवसर

बीमा सखी योजना 2025 भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत, महिलाएं बीमा एजेंट बनकर आत्मनिर्भर बन सकती हैं। पहले वर्ष में 7000 रुपये, दूसरे वर्ष में 6000 रुपये और तीसरे वर्ष में 5000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। योजना के तहत आवेदन करने के लिए कुछ पात्रता मानदंड और आवश्यक दस्तावेज हैं। जानें इस योजना के सभी पहलुओं के बारे में विस्तार से।
 
बीमा सखी योजना 2025: महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का नया अवसर

बीमा सखी योजना का परिचय

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) द्वारा शुरू की गई बीमा सखी योजना महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है। इस योजना के माध्यम से महिलाएं बीमा क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकती हैं।


योजना का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं का विकास करना और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को इस योजना से लाभ मिलेगा।


आर्थिक सहायता

बीमा सखी बनने वाली महिलाओं को पहले वर्ष में 7000 रुपये, दूसरे वर्ष में 6000 रुपये और तीसरे वर्ष में 5000 रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। इस प्रकार, सरकार तीन वर्षों तक महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।


बीमा सखी बनने के लाभ

इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को कई फायदे मिलते हैं, जैसे कि आत्मनिर्भरता, प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर। सरकार ने एक लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा है।


पात्रता मानदंड

बीमा सखी बनने के लिए महिलाओं की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए, और उन्हें कम से कम दसवीं कक्षा पास होना आवश्यक है। इसके अलावा, वे भारत की स्थायी निवासी होनी चाहिए।


आवश्यक दस्तावेज

आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, दसवीं कक्षा की मार्कशीट, निवास प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, और बैंक खाता विवरण शामिल हैं।


आवेदन प्रक्रिया

बीमा सखी बनने के लिए आवेदन करने के लिए, महिलाओं को एलआईसी की वेबसाइट पर जाकर आवेदन फॉर्म भरना होगा और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे।