नई प्रणाली से स्कूल फीस भुगतान में बदलाव: APAAR ID का उपयोग
स्कूल फीस भुगतान में नई प्रणाली
देशभर में छात्रों के लिए स्कूल फीस भुगतान के नियमों में बदलाव होने जा रहा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, एक नई प्रणाली लागू की जा रही है, जिसके तहत स्कूल फीस छात्रों के स्वचालित स्थायी शैक्षणिक रजिस्ट्रेशन (APAAR) आईडी के माध्यम से ऑनलाइन भरी जाएगी। यह नया तरीका छात्रों, स्कूलों और अभिभावकों के लिए लाभकारी माना जा रहा है।
APAAR ID क्या है?
APAAR ID प्रत्येक छात्र को एक अद्वितीय 12-अंकों की डिजिटल पहचान प्रदान करता है। यह शिक्षा मंत्रालय की 'एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी' पहल का हिस्सा है। APAAR ID सभी शैक्षणिक डेटा, स्कूल रिकॉर्ड, मार्कशीट, प्रमाणपत्र और अन्य शैक्षणिक दस्तावेजों को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करता है।
कैसे प्राप्त करें अपना APAAR ID
वर्तमान में, स्कूल आधिकारिक उद्देश्यों के लिए APAAR IDs का उपयोग करते हैं। यदि कोई छात्र या अभिभावक अपने बच्चे का APAAR ID जानना चाहता है, तो वे स्कूल से संपर्क कर सकते हैं। स्कूल UDISE+ पोर्टल के माध्यम से छात्रों को APAAR IDs प्रदान कर सकते हैं। छात्र अपने APAAR IDs को DigiLocker में भी देख सकते हैं।
यह निर्णय क्यों लिया गया?
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने APAAR IDs का उपयोग करके स्कूल फीस भुगतान के संबंध में निर्देश जारी किए हैं। यह पहल 'स्कूलिंग की सुविधा' के उद्देश्य से की गई है। मंत्रालय का यह प्रयास स्कूल में उपस्थित होने की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाना है।
राज्य बोर्डों को निर्देश
शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार ने NCERT, CBSE, नवोदय विद्यालय समिति, केंद्रीय विद्यालय समिति, सभी राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों और राज्य बोर्डों को निर्देश जारी किए हैं।
ऑनलाइन फीस भुगतान की प्रक्रिया
नई फीस भुगतान प्रणाली के तहत, अभिभावकों को ऑनलाइन फीस भुगतान का विकल्प मिलेगा। उदाहरण के लिए, अभिभावक यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI), मोबाइल वॉलेट और नेट बैंकिंग जैसे डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से फीस का भुगतान कर सकेंगे। स्कूल इन सुविधाओं को प्रदान करेंगे। अभिभावक अपने बच्चे की APAAR ID के माध्यम से स्कूल फीस का भुगतान कर सकेंगे।
अभिभावकों और स्कूलों के लिए लाभकारी
ऑनलाइन स्कूल फीस भुगतान प्रणाली को अभिभावकों और स्कूलों दोनों के लिए लाभकारी माना जा रहा है। पहले, अभिभावकों को फीस जमा करने के लिए कई बार स्कूल जाना पड़ता था। अब, यह प्रक्रिया घर से ही आसानी से की जा सकेगी। इसके अलावा, यह प्रणाली स्कूलों के लिए लेखांकन को सरल बनाएगी और पारदर्शिता बढ़ाएगी।
