दिल्ली में 11वीं कक्षा की शारीरिक शिक्षा परीक्षा की तारीख में बदलाव की मांग
दिल्ली में शारीरिक शिक्षा परीक्षा का विवाद
दिल्ली में 11वीं कक्षा की शारीरिक शिक्षा परीक्षा चर्चा का विषय बन गई है। दिल्ली राज्य शिक्षक संघ (GSTA) ने इस परीक्षा की तारीख को 31 अक्टूबर से 30 अक्टूबर में बदलने की मांग की है। इस संबंध में, GSTA ने शिक्षा निदेशालय और शिक्षा मंत्री को एक पत्र लिखा है। पत्र में, GSTA ने शिक्षा मंत्री और दिल्ली सरकार से इस मामले पर शीघ्र निर्णय लेने और संशोधित अधिसूचना जारी करने का अनुरोध किया है।
परीक्षा की तारीख में बदलाव की आवश्यकता
आइए जानते हैं कि शारीरिक शिक्षा परीक्षा क्यों चर्चा में है। GSTA ने 31 अक्टूबर को परीक्षा स्थगित करने की मांग क्यों की है?
यह परीक्षा पहले 18 अक्टूबर को निर्धारित की गई थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया। वर्तमान में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं। 11वीं कक्षा के छात्रों के लिए शारीरिक शिक्षा परीक्षा 18 अक्टूबर को होनी थी, लेकिन इसे अचानक स्थगित कर दिया गया। इस दौरान यह अटकलें थीं कि शारीरिक शिक्षा का पेपर लीक हो गया था। हालांकि, दिल्ली सरकार ने परिवहन कारणों का हवाला देते हुए परीक्षा को स्थगित किया। इसके बाद शारीरिक शिक्षा की नई तारीख 31 अक्टूबर घोषित की गई।
शिक्षकों की संघ की मांगें
सरकारी स्कूल शिक्षक संघ (GSTA) के महासचिव अजय वीर यादव ने अब परीक्षा की तारीख में बदलाव की मांग करते हुए एक पत्र लिखा है। अपने पत्र में, अजय वीर यादव ने कहा कि शारीरिक शिक्षा परीक्षा की तारीख को 31 अक्टूबर से 30 अक्टूबर में बदलना चाहिए।
यादव ने कहा कि परीक्षा की तारीख को फिर से निर्धारित करते समय कई कारकों को ध्यान में नहीं रखा गया। 31 अक्टूबर को परीक्षा आयोजित करना एक अन्यायपूर्ण निर्णय है।
उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर महीने का अंतिम कार्य दिवस है, जो बहुत व्यस्त होता है, और इस दिन दिल्ली शिक्षा विभाग से सैकड़ों शिक्षक रिटायर होते हैं। रिटायरमेंट का दिन किसी भी शिक्षक के जीवन में ऐतिहासिक और भावनात्मक रूप से महत्वपूर्ण होता है, जिसमें उनके परिवार, स्कूल के साथी और कई मेहमान शामिल होते हैं। ऐसे दिन स्कूलों में परीक्षा आयोजित करना न केवल व्यावहारिक है बल्कि शिक्षकों की गरिमा के अनुरूप भी नहीं है।
यादव ने कहा कि इस तरह की गलती को शिक्षकों के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण दिन के जश्न में बाधा नहीं डालनी चाहिए। इसलिए, संगठन ने परीक्षा की तारीख 30 अक्टूबर निर्धारित करने की मांग की है।
