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CBSE ने दिव्यांग छात्रों के लिए 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की पंजीकरण तिथि जारी की

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026 की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए दिव्यांग छात्रों के पंजीकरण की तिथियाँ जारी की हैं। यह प्रक्रिया 9 सितंबर से शुरू होकर 22 सितंबर तक चलेगी। स्कूलों को छात्रों का पंजीकरण करने और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने की जिम्मेदारी दी गई है। पंजीकरण के बाद, छात्रों को परीक्षा में विशेष सुविधाएं मिलेंगी, जिससे उन्हें परीक्षा में बेहतर सहायता मिलेगी।
 
CBSE ने दिव्यांग छात्रों के लिए 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की पंजीकरण तिथि जारी की

पंजीकरण की प्रक्रिया



केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026 की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए दिव्यांग और विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों (CWSN) के पंजीकरण का कार्यक्रम जारी किया है। इस पहल का उद्देश्य उन छात्रों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करना है, जिन्हें परीक्षा के दौरान अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता होती है।


CBSE ने देशभर के सभी संबद्ध स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे निर्धारित समय सीमा के भीतर Pariksha Sangam पोर्टल पर ऐसे छात्रों का पंजीकरण करें। पंजीकरण के साथ, स्कूलों को सही दस्तावेज और चिकित्सा प्रमाण पत्र भी अपलोड करने की जिम्मेदारी होगी.


पंजीकरण की तिथियाँ

CBSE ने पंजीकरण की तिथियों की भी घोषणा की है। यह प्रक्रिया 9 सितंबर 2025 (मंगलवार) से शुरू होकर 22 सितंबर 2025 (सोमवार) को रात 11:59 बजे तक चलेगी। इस अवधि में सभी स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे योग्य छात्रों का पंजीकरण पूरा करें ताकि उन्हें परीक्षा के समय सभी आवश्यक सुविधाएं मिल सकें।


स्कूलों के लिए आवश्यक कदम

1. CWSN के रूप में छात्रों को चिह्नित करना - पंजीकरण के दौरान योग्य छात्रों को उम्मीदवारों की सूची में चिह्नित किया जाना चाहिए।


2. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना - ऑनलाइन पोर्टल पर चिकित्सा प्रमाण पत्र या विकलांगता प्रमाण पत्र अपलोड करना आवश्यक होगा।


3. परीक्षा सुविधाओं का चयन - प्रत्येक छात्र की आवश्यकता और स्थिति के अनुसार परीक्षा में दी जाने वाली सुविधाओं का चयन करना होगा।


4. SOP का पालन करना - CBSE द्वारा दिए गए मानक संचालन प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन करना आवश्यक है।


छात्रों को मिलने वाले लाभ

पंजीकरण पूरा होते ही CWSN छात्रों के लिए चुनी गई सुविधाएं सीधे उनके प्रवेश पत्र पर दर्ज की जाएंगी। इसका लाभ यह होगा कि परीक्षा केंद्र पहले से तैयार होंगे और छात्रों को अतिरिक्त समय, अलग बैठने की व्यवस्था, लेखक की सुविधा या अन्य विशेष व्यवस्थाएं तुरंत मिल सकेंगी।