तमिलनाडु में भारी बारिश से स्कूल बंद, IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
तमिलनाडु में बारिश का प्रभाव
तमिलनाडु में बारिश: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आधिकारिक रूप से उत्तर-पूर्वी मानसून के आगमन की सूचना दी है, जिसमें तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल शामिल हैं। कई दक्षिणी जिलों में भारी से अत्यधिक बारिश की संभावना जताई गई है। अगले कुछ दिनों में, विभिन्न क्षेत्रों में तेज बारिश, गरज और तेज हवाएं चलने की आशंका है।
आधी रात से जारी बारिश ने दक्षिणी तमिलनाडु में व्यापक व्यवधान उत्पन्न किया है, जिसके चलते जिला प्रशासन ने स्कूलों की छुट्टियों की घोषणा की है। तिरुनेलवेली के जिला कलेक्टर सुकुमार ने बताया कि 16 अक्टूबर को सभी स्कूल बंद रहेंगे, क्योंकि जिले में भारी बारिश और जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। क्षेत्र के धान के खेत भी प्रभावित हुए हैं।
स्कूलों की छुट्टी की घोषणा
थूथुकुडी और तेनकासी के जिला कलेक्टरों ने भी लगातार बारिश के कारण स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। तिरुनेलवेली में कई सड़कें और निचले इलाके जलमग्न हैं, और नांबियार नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
IMD का ऑरेंज अलर्ट
चेन्नई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में पूरे तमिलनाडु में मानसून की गतिविधियां काफी सक्रिय रही हैं। IMD ने थेनी, तेनकासी, तिरुनेलवेली और रामनाथपुरम के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें निवासियों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
भारी बारिश का पूर्वानुमान
कन्याकुमारी, थूथुकुडी, विरुधुनगर, मदुरै, शिवगंगा, डिंडीगुल, तिरुप्पुर, कोयंबटूर, नीलगिरी और इरोड में भी भारी बारिश की संभावना है। चेन्नई, तिरुवल्लूर, कुड्डालोर, तंजावुर और कांचीपुरम जैसे शहरों में भी तेज बारिश की संभावना है, कुछ क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश और 30-40 किमी/घंटा की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
IMD अधिकारियों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में भारत के अन्य हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून के पूरी तरह से विदा होने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। दक्षिण भारत में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हवाओं ने उत्तर-पूर्वी मानसून के आगमन की पुष्टि की है।
तटीय तमिलनाडु और निकटवर्ती कोमोरिन क्षेत्र पर एक चक्रवाती परिसंचरण और दक्षिण-पूर्वी अरब सागर पर एक अन्य मौसम प्रणाली के कारण आने वाले दिनों में वर्षा की गतिविधि में और तेजी आने की उम्मीद है। विशेषज्ञों ने संवेदनशील जिलों के निवासियों से सतर्क रहने, बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से बचने और स्थानीय सरकार के निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है, क्योंकि पूरे सप्ताह भारी बारिश और जलभराव जारी रह सकता है।