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खेल मंत्रालय का नया इंटर्नशिप कार्यक्रम: छात्रों के लिए सुनहरा अवसर

भारत के युवा मामले और खेल मंत्रालय ने 2025 के लिए एक नया इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें छात्रों को 452 इंटर्नशिप पदों पर काम करने का अवसर मिलेगा। इस कार्यक्रम के तहत, छात्र खेल प्रशासन, विज्ञान, और नीति कार्यान्वयन में अनुभव प्राप्त करेंगे। चयनित इंटर्न को प्रमुख खेल संस्थानों में काम करने का मौका मिलेगा, जिससे उन्हें राष्ट्रीय खेल योजनाओं का हिस्सा बनने का अवसर भी मिलेगा। यह इंटर्नशिप छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो उन्हें भविष्य में खेल क्षेत्र में करियर बनाने में मदद करेगा।
 

खेल मंत्रालय का इंटर्नशिप कार्यक्रम



भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय ने छात्रों के लिए एक व्यापक इंटर्नशिप कार्यक्रम की शुरुआत की है। चयनित छात्रों को मासिक भत्ता मिलेगा और उन्हें खेल प्रशासन, खेल विज्ञान, एंटी-डोपिंग, और नीति कार्यान्वयन में अनुभव प्राप्त होगा।


देश के युवाओं और छात्रों के लिए एक अच्छी खबर आई है। केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय ने 2025 के लिए एक विशेष इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम के तहत, छात्रों को 452 इंटर्नशिप पदों पर काम करने का अवसर मिलेगा। यह इंटर्नशिप न केवल अध्ययन के साथ व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेगी, बल्कि खेल के क्षेत्र में करियर के दरवाजे भी खोलेगी। खेल मंत्रालय की यह पहल उन छात्रों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है जो खेल, प्रशासन, विज्ञान या नीति से संबंधित भविष्य बनाना चाहते हैं।


यह इंटर्नशिप कार्यक्रम कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसके माध्यम से, छात्रों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान मिलेगा, बल्कि वास्तविक कार्य अनुभव भी प्राप्त होगा। चयनित इंटर्न को खेल प्रशासन, कार्यक्रम प्रबंधन, खेल विज्ञान, एंटी-डोपिंग, एथलीट समर्थन, और सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन के बारे में सीखने का अवसर मिलेगा। छात्रों को अनुभवी अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ काम करने का मौका मिलेगा, जिससे उन्हें नीति निर्माण और कार्यान्वयन की प्रक्रिया को करीब से समझने का अवसर मिलेगा।


संस्थान जो अवसर प्रदान करेंगे

इस इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत, छात्रों को केंद्रीय खेल मंत्रालय के साथ-साथ इसके प्रमुख संस्थानों में काम करने का अवसर मिलेगा। इनमें खेल प्राधिकरण (SAI), राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग एजेंसी (NADA), और राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (NDTL) शामिल हैं। यहाँ, इंटर्न को न केवल कार्यालय में काम करना होगा, बल्कि उन्हें क्षेत्र स्तर पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। छात्रों को स्टेडियम, क्षेत्रीय केंद्रों, और राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों में काम करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे वास्तविक खेल प्रणाली को समझ सकें।


राष्ट्रीय खेल योजनाओं का हिस्सा बनने का अवसर

इस इंटर्नशिप का सबसे खास पहलू यह है कि चयनित छात्रों को देश की प्रमुख खेल योजनाओं का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा। इंटर्न को 'खेलो इंडिया', 'लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना', और 'लक्ष्य एशियाई खेल समूह' जैसी योजनाओं पर सीधे काम करने का मौका मिलेगा। इन योजनाओं के माध्यम से, इंटर्न को खेल कार्यक्रमों के प्रबंधन, निगरानी, और समन्वय की जिम्मेदारियों को समझने का अनुभव मिलेगा। यह उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर खेल योजनाओं के कार्यान्वयन की प्रक्रिया को समझने में मदद करेगा।


20 से अधिक क्षेत्रों में इंटर्नशिप

इस इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत, छात्रों को 20 से अधिक कार्यात्मक क्षेत्रों में काम करने का अवसर मिलेगा। इनमें खेल प्रबंधन, प्रशासन, खेल विज्ञान, मीडिया और संचार, आईटी सिस्टम, कानूनी मामले, अंतरराष्ट्रीय खेल प्रशासन, और एंटी-डोपिंग शामिल हैं। इसके अलावा, छात्रों को प्रयोगशाला परीक्षण, डेटा विश्लेषण, और वैज्ञानिक एथलीट समर्थन से संबंधित प्रशिक्षण भी मिलेगा। यह अनुभव छात्रों के कौशल को बढ़ाने और भविष्य के लिए उन्हें तैयार करने में मदद करेगा।


NADA और NDTL में विशेष अनुभव

राष्ट्रीय एंटी-डोपिंग एजेंसी (NADA) में काम करने वाले इंटर्न को एंटी-डोपिंग जागरूकता कार्यक्रमों, कानूनी नियमों, और मामले से संबंधित कार्यों में भाग लेने का अवसर मिलेगा। इससे उन्हें साफ और निष्पक्ष खेल के महत्व को समझने में मदद मिलेगी। वहीं, राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला (NDTL) में चयनित इंटर्न आधुनिक प्रयोगशाला तकनीकों, नमूना परीक्षण, और अनुसंधान में अनुभव प्राप्त करेंगे। यह विशेष रूप से उन छात्रों के लिए मूल्यवान है जो विज्ञान और अनुसंधान में करियर बनाना चाहते हैं।


चयन प्रक्रिया

इस इंटर्नशिप के लिए चयन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। हर साल जनवरी और जुलाई में भर्ती की जाएगी। पहले, उम्मीदवारों की पात्रता और आवश्यक दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इसके बाद, 10वीं, 12वीं, और स्नातक परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाएगी। अंतिम चयन संबंधित संस्थान के नियमों और दिशानिर्देशों के अनुसार किया जाएगा।