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UPPSC RO-ARO मुख्य परीक्षा 2023 की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की RO-ARO मुख्य परीक्षा 2023 की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं। परीक्षा की तिथियाँ, तैयारी के लिए रणनीतियाँ, और महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित करने के तरीके पर चर्चा की गई है। उम्मीदवारों को समसामयिकी, सामान्य हिंदी और निबंध लेखन के लिए विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है। इस लेख में दी गई जानकारी से उम्मीदवार अपनी तैयारी को बेहतर बना सकते हैं।
 

UPPSC RO-ARO परीक्षा की तिथियाँ


UPPSC RO-ARO: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (RO/ARO) मुख्य परीक्षा-2023 का आयोजन 31 जनवरी और 1 फरवरी 2026 को किया जाएगा। यह मुख्य परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाएगी, जिसमें कुल 400 अंक होंगे। इसलिए, उम्मीदवारों को अब अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।


तैयारी के लिए सुझाव

मुख्य विषयों का पुनरावलोकन, उत्तर लेखन का अभ्यास, समय प्रबंधन, और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करना इस चरण में सबसे सहायक होगा। इसके अलावा, एक निश्चित समय पर अध्ययन करने और अपनी कमजोरियों की पहचान कर उन्हें सुधारने की रणनीति अपनाने से उम्मीदवार परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।


महत्वपूर्ण अनुभाग: समसामयिकी

महत्वपूर्ण अनुभाग: समसामयिकी
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र की प्रकृति प्रारंभिक परीक्षा के समान होगी। इसमें सामान्य विज्ञान और पर्यावरण, इतिहास और संस्कृति, भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था, भारतीय कृषि, वाणिज्य और व्यापार, भारत और विश्व का भूगोल, सामान्य मानसिक क्षमता, और उत्तर प्रदेश की शिक्षा, संस्कृति, जीवनशैली और सामाजिक प्रथाएँ शामिल होंगी। समसामयिकी इस परीक्षा का सबसे महत्वपूर्ण अनुभाग माना जाता है, जिसमें औसतन 30-35 प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके लिए पिछले वर्ष के अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्य स्तर के घटनाक्रमों का अध्ययन करना पर्याप्त है। यह प्रश्न पत्र वस्तुनिष्ठ प्रकार का होगा।


सामान्य हिंदी और निबंध लेखन

सामान्य हिंदी और निबंध लेखन
इस अनुभाग में प्रश्न पत्र में दिए गए पाठ से शीर्षक, सारांश और रेखांकित अंशों की व्याख्या लिखने की आवश्यकता होगी। इसमें सरकारी पत्रों, आधिकारिक और अर्ध-आधिकारिक पत्राचार, परिपत्र, सूचनाएँ आदि का संक्षेप लेखन भी शामिल होगा। कंप्यूटर, प्रशासनिक और वाणिज्यिक शब्दावली, मुहावरे और कहावतों, और हिंदी-अंग्रेजी शब्द अनुवाद पर आधारित प्रश्न भी पूछे जाएंगे। यह भाग वर्णनात्मक होगा, जबकि सामान्य शब्द ज्ञान और व्याकरण से संबंधित प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे।


निबंध लेखन में प्रवाह

निबंध लेखन में प्रवाह
निबंध अनुभाग में तीन भाग होंगे, जिनमें से प्रत्येक से 600 शब्दों का एक निबंध लिखना होगा। ऐसे निबंध विषय चुनें जहाँ आप डेटा, उदाहरण, और सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण शामिल कर सकें। इसके अलावा, निबंध को अधिक प्रभावी और संतुलित बनाने के लिए आधिकारिक आंकड़े, मुहावरे, और प्रसिद्ध व्यक्तियों के उद्धरण शामिल करना न भूलें।


संकल्पना को मजबूत करना

संकल्पना को मजबूत करना
इन सभी परीक्षा चरणों को पार करने के लिए, जितने संभव हो उतने सही उत्तर देना आवश्यक है, और इसके लिए सटीकता के साथ निरंतर अभ्यास करना महत्वपूर्ण है। यह केवल तभी संभव है जब आप हर दिन एक मॉक टेस्ट लें। परीक्षा के बाद, अपने गलत उत्तरों का विश्लेषण करें और अपनी कमजोरियों में सुधार करें। इसके अलावा, विषयों का बार-बार पुनरावलोकन करें ताकि अवधारणाएँ मजबूत बनी रहें।