Anganwadi केंद्रों का प्राथमिक स्कूलों के साथ संचालन: नई योजना का विवरण
Anganwadi केंद्रों का प्राथमिक स्कूलों के साथ संचालन
Anganwadi और स्कूलों का संयोजन: अब देशभर में Anganwadi केंद्र प्राथमिक स्कूलों के साथ संचालित होंगे। इस दिशा में केंद्रीय सरकार ने हाल ही में कार्य शुरू किया है, जिसमें केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने मिलकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सरकार का उद्देश्य आने वाले दिनों में हर गर्भवती महिला, नवजात और प्री-स्कूल जाने वाले बच्चों की पूरी देखभाल सुनिश्चित करना है।
आइए जानते हैं कि केंद्रीय सरकार की योजना क्या है? इस घोषणा के तहत क्या किया जाएगा? साथ ही यह भी समझते हैं कि माता-पिता और बच्चों को इसका क्या लाभ होगा?
नई शिक्षा नीति 2020 का कार्यान्वयन
केंद्रीय सरकार Anganwadi केंद्रों को स्कूलों के साथ खोलने की योजना पर काम कर रही है, जो नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के कार्यान्वयन के तहत है। NEP 2020 में 5+3+3+4 प्रारूप में स्कूल शिक्षा का प्रावधान किया गया है, जिसमें प्रारंभिक बाल देखभाल और शिक्षा (ECCE) के तहत पहले तीन वर्षों की शिक्षा प्रदान करने का प्रावधान है। NEP 2020 का कहना है कि देशभर में उच्च गुणवत्ता वाली ECCE तक सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित की जाएगी। इसी के अनुरूप, शिक्षा मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने स्कूलों के साथ Anganwadi केंद्रों की शुरुआत के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं।
Anganwadi केंद्र बच्चों को कक्षा 1 तक की पढ़ाई के लिए तैयार करेंगे
प्राथमिक स्कूलों के साथ Anganwadi केंद्रों की शुरुआत से बच्चों और माता-पिता को लाभ होगा। Anganwadi केंद्र बच्चों को कक्षा 1 तक की पढ़ाई के लिए तैयार करेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि स्कूलों में Anganwadi केंद्रों की शुरुआत से संसाधनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा।
योजना का कार्यान्वयन
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने प्राथमिक स्कूलों के साथ Anganwadi केंद्रों की शुरुआत के लिए कुछ मानदंड निर्धारित किए हैं। इसके लिए Anganwadi केंद्रों का नजदीकी प्राथमिक स्कूलों के साथ मानचित्रण करने का अनुरोध किया गया है। इसके अलावा, शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ये दिशा-निर्देश 'निपुण भारत मिशन' को 'पोषण भी पढ़ाई भी' के साथ एकीकृत करने की दिशा में एक कदम हैं।