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यूपी कांस्टेबल भर्ती 2024: फॉर्म फिर से नहीं भरे जाएंगे, उपमुख्यमंत्री ने किया स्पष्ट

उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 के दूसरे दिन की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद इसे रद्द करने का निर्णय लिया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारण उम्मीदवारों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण सरकार को परीक्षा रद्द करनी पड़ी। यह घोषणा की गई है कि परीक्षा अगले 6 महीनों के भीतर दोबारा आयोजित की जाएगी।
 
 

उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 के दूसरे दिन की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद इसे रद्द करने का निर्णय लिया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारण उम्मीदवारों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण सरकार को परीक्षा रद्द करनी पड़ी। यह घोषणा की गई है कि परीक्षा अगले 6 महीनों के भीतर दोबारा आयोजित की जाएगी।

रद्दीकरण विवरण और पुन: परीक्षा प्रक्रिया: मीडिया को दिए एक बयान में, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पुष्टि की कि परीक्षा अगले 6 महीनों के भीतर आयोजित की जाएगी, और उम्मीदवारों को दोबारा आवेदन पत्र भरने की आवश्यकता नहीं होगी। यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 के लिए पुन: परीक्षा पहले जमा किए गए आवेदन पत्रों के आधार पर आयोजित की जाएगी। सरकार आश्वस्त करती है कि दोबारा परीक्षा पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ अधिकारियों की कड़ी निगरानी के साथ आयोजित की जाएगी।

निष्पक्षता और पारदर्शिता का आश्वासन: उपमुख्यमंत्री ने दोहराया कि सरकार युवाओं के साथ खड़ी है और अत्यंत निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ परीक्षा आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आश्वासन दिया कि परीक्षा प्रक्रिया किसी भी कदाचार से मुक्त होगी और गलत काम करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार सभी भर्ती प्रक्रियाओं में सत्यनिष्ठा और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस बात पर भी जोर दिया कि परीक्षाओं की शुचिता पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। युवाओं की मेहनत से छेड़छाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। कदाचार में शामिल पाए जाने वाले किसी भी तत्व के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

भविष्य की परीक्षाओं के लिए सावधानियां: उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आश्वासन दिया कि पेपर लीक की किसी भी संभावना को रोकने के लिए पुन: परीक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए जाएंगे। लीक हुए प्रश्न पत्र के स्रोत की पहचान करने के लिए विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर भी ध्यान दिया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।