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MAH नर्सिंग सीईटी 2024 पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 मार्च तक बढ़ी: अभी आवेदन करें

महाराष्ट्र में इच्छुक नर्सिंग छात्र ध्यान दें! स्टेट कॉमन एंट्रेंस टेस्ट सेल ने महाराष्ट्र नर्सिंग कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एमएच नर्सिंग सीईटी) 2024 के लिए पंजीकरण तिथि बढ़ा दी है। अब, आपके पास अपने आवेदन जमा करने के लिए 15 मार्च, 2024 तक का समय है। यह जानने के लिए पढ़ें कि कैसे आवेदन करें और अपने नर्सिंग करियर को आगे बढ़ाने के लिए इस अवसर का लाभ कैसे उठाएं।
 
 

महाराष्ट्र में इच्छुक नर्सिंग छात्र ध्यान दें! स्टेट कॉमन एंट्रेंस टेस्ट सेल ने महाराष्ट्र नर्सिंग कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एमएच नर्सिंग सीईटी) 2024 के लिए पंजीकरण तिथि बढ़ा दी है। अब, आपके पास अपने आवेदन जमा करने के लिए 15 मार्च, 2024 तक का समय है। यह जानने के लिए पढ़ें कि कैसे आवेदन करें और अपने नर्सिंग करियर को आगे बढ़ाने के लिए इस अवसर का लाभ कैसे उठाएं।

विस्तारित पंजीकरण का विवरण:

एमएच नर्सिंग सीईटी 2024 पंजीकरण की समय सीमा 29 फरवरी की पिछली तारीख से बढ़ाकर 15 मार्च 2024 कर दी गई है। यह निर्णय उम्मीदवारों और अभिभावकों के अनुरोधों के जवाब में, उनके शैक्षणिक हितों को देखते हुए लिया गया है।

एमएएच नर्सिंग सीईटी 2024 के लिए आवेदन कैसे करें:

अपना ऑनलाइन आवेदन पूरा करने के लिए इन सरल चरणों का पालन करें:

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ: MAHACET की आधिकारिक वेबसाइट mahacet.org पर जाएँ ।

  2. पंजीकरण लिंक तक पहुंचें: होम पेज पर उपलब्ध एमएएच नर्सिंग सीईटी 2024 पंजीकरण लिंक पर क्लिक करें।

  3. रजिस्टर करें: आवश्यक विवरण प्रदान करके पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करें।

  4. लॉग इन करें: पंजीकरण के बाद, दिए गए क्रेडेंशियल का उपयोग करके अपने खाते में लॉग इन करें।

  5. आवेदन पत्र भरें: आवेदन पत्र को सटीक जानकारी के साथ भरें।

  6. आवेदन शुल्क का भुगतान करें: निर्दिष्ट भुगतान गेटवे के माध्यम से आवेदन शुल्क का भुगतान करने के लिए आगे बढ़ें।

  7. सबमिट करें और डाउनलोड करें: एक बार सब कुछ भर जाने के बाद, आवेदन पत्र जमा करें और अपने रिकॉर्ड के लिए एक प्रति डाउनलोड करें।

  8. एक हार्ड कॉपी रखें: भविष्य के संदर्भ के लिए जमा किए गए आवेदन पत्र की एक हार्ड कॉपी प्रिंट करें।

विस्तार के पीछे कारण:

पंजीकरण की समय सीमा बढ़ाने का निर्णय उम्मीदवारों और अभिभावकों के अनुरोधों के जवाब में किया गया था, ताकि सभी आवेदकों के शैक्षणिक हितों पर विचार किया जा सके।