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IAS IPS Power: आईएएस और आईपीएस में से कौन होता है ज्यादा पावरफुल? सैलरी के साथ मिलती है ये सुविधाएं

सिविल सेवा अधिकारियों के रैंक और पॉवर्स को लेकर लोग हमेशा कन्फ्यूज रहते हैं. इसीलिए हम आपको लगातार अलग-अलग पदों से जुड़ी जानकारी देते रहते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि एक एसपी और डीएम के पद में क्या अंतर होता है, दोनों में से कौन ज्यादा पावरफुल होता है और किसकी कितनी सैलरी होती है.
 

सिविल सेवा अधिकारियों के रैंक और पॉवर्स को लेकर लोग हमेशा कन्फ्यूज रहते हैं. इसीलिए हम आपको लगातार अलग-अलग पदों से जुड़ी जानकारी देते रहते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि एक एसपी और डीएम के पद में क्या अंतर होता है, दोनों में से कौन ज्यादा पावरफुल होता है और किसकी कितनी सैलरी होती है. गौरतलब है कि जिले स्तर में डीएम और एसपी अपने-अपने क्षेत्र में सबसे बड़े अधिकारी होते हैं. हांलाकि दोनों के अधिकार क्षेत्रों में बहुत अंतर होता है.


1. पद की परिभाषा:

  • एसपी (सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस): एसपी पुलिस सर्विस का हिस्सा होता है और पुलिस प्रशासन के शीर्ष अधिकारी में से एक होता है।
  • डीएम (डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट): डीएम एक आईएएस (इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस) अधिकारी होता है और जिले के प्रशासनिक और कानूनी मामलों का प्रशासन करने के लिए जिम्मेदार होता है।

2. कार्य क्षेत्र:

  • एसपी (सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस): एसपी पुलिस अधिकारियों के प्रमुख होते हैं और पुलिस शक्ति के प्रमुख प्रशासकिक अधिकारी होते हैं। उनका कार्यक्षेत्र पुलिस प्रशासन, कानून और क्राइम के मामलों में होता है।
  • डीएम (डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट): डीएम जिले के प्रशासनिक और कानूनी मामलों के लिए जिम्मेदार होते हैं। उनका कार्यक्षेत्र जिले के प्रशासन, लोक प्रशासन, नीति निर्माण, और सरकारी योजनाओं के प्रशासनिक कार्य में होता है।

3. पावर का अंतर:

  • एसपी (सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस): एसपी के पास पुलिस प्रशासन, जैसे कि लॉ एंड ऑर्डर के क्षेत्र में ज्यादा पावर होता है। उन्हें जिले में सुरक्षा स्थिति को नियंत्रित करने और कानून और आदेश को पालन करने का अधिकार होता है।
  • डीएम (डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट): डीएम के पास जिले के प्रशासनिक कार्यों का अधिकार होता है, और उन्हें नीतिनिर्माण और जिले के कार्यों का निर्देशन देने का प्रमुख अधिकार होता है।

4. सैलरी:

  • एसपी (सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस): एसपी की बेसिक सैलरी लगभग 78,800 रुपए के आसपास होती है, और इसके अलावा भत्तों का योग्यता अनुसार बढ़ सकता है, जिससे उनकी ग्रॉस सैलरी 1,10,000 से 1,35,000 रुपए के आसपास हो सकती है।
  • डीएम (डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट): डीएम की बेसिक सैलरी लगभग 80,000 रुपए के आसपास होती है, और इसके अलावा भत्तों का योग्यता अनुसार बढ़ सकता है, जिससे उनकी ग्रॉस सैलरी 1 लाख से भी अधिक हो सकती है।

5. सुविधाएँ:

  • दोनों एसपी और डीएम को सरकारी बंगला, वाहन, कुक, माली और अन्य कामों के लिए सहायता के लिए सहायकों की सुविधा प्रदान की जाती है।